इमरजेंसी से मरीजों को लौटाने की मिल रही शिकायतें, इलाज से इनकार नहीं कर सकते अस्पताल: स्वास्थ्य मंत्री
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा है कि अस्पताल गंभीर मरीज को इलाज से इनकार नहीं कर सकते हैं। शुक्रवार को उन्होंने कहा, कोरोना का मामला बढ़ने के बाद हमें लगातार इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं कि गंभीर हालत में आए मरीजों को भी बहुत से अस्पताल इलाज से मना कर रहे हैं। ऐसा नही होना चाहिए, मेडिकल सुपरिटेंडेट्स के साथ मैंने बैठक की है। बैठक में सभी मेडिकल सुपरिटेंडेट को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि जो कोरोना का मरीज नहीं है और ज्यादा बीमार है, उसे अस्पताल इलाज से इनकार ना करे।
बता दें कि कोरोना वायरस के मामले बढ़ने और लॉकडाउन लागू होने के बाद प्राइवेट क्षेत्र की मेडिकल सेवाएं बड़े स्तर पर बंद हैं। बहुत से निजी नर्सिंग होम बंद हैं, या सिर्फ नाम के लिए खुले हैं और मरीजों को लौटाया जा रहा है। वहीं सरकारी अस्पतालों पर कोरोना वायरस के चलते दबाव बढ़ा हुआ है। ऐसे में आम मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। ऐसे कई मामले देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आए हैं, जब इलाज ना मिलने की वजह से मरीजों ने दम तक तोड़ दिया है।
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बता दें कि देश और दुनिया में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की संख्या 13387 हो गई है, वहीं इससे 437 लोगों की मौत हो चुकी है। इस खतरनाक बीमारी से 1748 लोग ठीक भी हो चुके हैं। पिछले 12 घंटे में कोरोना वायरस के 628 केस सामने आए हैं और 17 मौतें हुई हैं।
भारत में कोरोना संक्रमण के महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है। यहां अब तक इस महामारी से पीड़ितों की संख्या 3205 हो गई है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से सर्वाधिक 194 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 1640, तमिलनाडु में 1267, राजस्थान में 1131, मध्य प्रदेश में 1129 और गुजरात में 930 मामले सामने आ चुके हैं।
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