कोटखाई गैंगरेप: सीबीआई ने हाईकोर्ट में दाखिल की नई स्टेटस रिपोर्ट और एफिडेविट
शिमला। कोटखाई गैंगरेप और मर्डर मामले में सीबीआई ने बुधवार को एफिडेविट और फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में दाखिल की। इससे पहले कोर्ट ने जांच से नाखुशी जाहिर करते हुए फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार के रवैये पर भी नाराजगी जताई। कोर्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जांच में सहयोग नहीं किया है। मामले की अगली सुनवाई 28 मार्च को होगी। कार्यवाहक सीजे संजय करोल और जस्टिस संदीप शर्मा की बैंच ने मामले की सुनवाई की।
पिछली सुनवाई में भी कोर्ट ने लगाई थी फटकार
इससे पहले 20 दिसबंर को मामले पर सुनवाई के दौरान न्यायालय सीबीआई टीम की जांच अंतुष्ट दिखा था। मामले में सीबीआई टीम की जांच से नाराज हाईकोर्ट ने सीबीआई के निदेशक को हलफनामा पेश करने के आदेश जारी किए थे। कोर्ट ने निदेशक से पूछा था कि क्या सीबीआई की टीम सही दिशा में जांच कर रही है या नहीं? क्या आप टीम की जांच से संतुष्ट है, कोर्ट को हलफनामा पेश कर अवगत करवाएं? 20 दिसंबर की सुनवाई के बाद कोर्ट ने सीबीआई को 21 दिन की मोहलत देते हुए 10 जनवरी को स्टेटस रिपोर्ट करने को कहा था।
छह महीने से जांच कर रही है सीबीआई
सीबीआई पिछले छह माह से इस मामले की जांच कर रही है लेकिन अभी तक कोटखाई की स्कूली छात्रा के गुनहगार बेनकाब नहीं हो पाए हैं। वो कोटखाई के गुनहगारों तक पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके तहत मामले से जुड़े हर पहलू को गंभीरता से खंगाला जा रहा है ताकि बहुचर्चित मिस्ट्री को जल्द सुलझाया जा सके। इस केस को सुलझाने में अपेक्षा के अनुरूप सफलता ना मिलते देख जांच एजेंसी ने आरोपियों की सूचना देने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम देने का भी ऐलान किया था। सूत्रों की मानें तो सीबीआई अब तक 1100 से अधिक लोगों के ब्लड सैंपल भी ले चुकी है लेकिन अभी तक ऐसे कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिससे आरोपियों को बेनकाब किया जा सके।
जुलाई में हुआ था कोटखाई में स्कूली छात्रा से रेप
बीते साल 4 जुलाई को महासू स्कूल से वापस लौटने के बाद स्कूली छात्रा रहस्यमई परिस्थितियों में लापता हो गई थी। इसके बाद 6 जुलाई की सुबह उसका शव जंगल में पड़ मिला था। मामले की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया गया और एसआईटी ने 6 कथित आरोपियों को पकड़ा तथा मामला सुलझाने का दावा किया। इसी बीच कोटखाई पुलिस लॉकअप में पकड़े गए एक कथित आरोपी सूरज की हत्या हो गई। सूरज की हत्या का आरोप एसआईटी ने पकड़े एक अन्य कथित आरोपी राजू पर लगाया। इसके बाद जब सीबीआई ने मामले की छानबीन की तो जांच में पाया गया कि एसआईटी ने गलत व्यक्तियों को मामले में गिरफ्तार किया और सूरज की हत्या का आरोप की षंड्यत्र रचकर राजू पर लगाया जबकि उसकी हत्या पुलिस की पिटाई से हुई।
कोटखाई गैंगरेप: असली आरोपी तक पहुंचने के लिए CBI ने किया इनाम का ऐलान