लॉकडाउन के चलते घरों में कैद हुई भारत की 90% आबादी, जानिए, आपके शहर का हाल?
बेंगलुरू। कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने को रोकने के लिए करीब 32 राज्य व केंद्रशासित द्वारा करीब 560 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा से भारत में एक अरब से अधिक लोग यानी करीब 90 फीसदी आबादी घरों में कैद होकर रह गई है। 2011 के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में लॉकडाउन के तहत आने वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए कड़े यात्रा प्रतिबंध समेत कई कड़े उपाय किए गए हैं।
पूरी दुनिया के लिए काल बनी चुकी है कोरोना और चीन में पटरी पर लौट रही है जिंदगी!
गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर तक 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे आवश्यक सेवाओं की डिलीवरी भी बाधित हो गई है, जिसका मतलब है कि 560 जिलों में लोग अपने घरों तक ही सीमित हैं। 2011 जनगणना के आंकड़ों के अनुसार लॉकडाउन से भारत में रह रहे 120 करोड़ भारतीयों में से 89.6 करोड़ (हर चार में से तीन भारतीय) उपरोक्त 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में रहते हैं।
एक छोटी गलती और कोरोना वायरस की सबसे बड़ी शिकार बन गई इटली, क्या थी वह गलती?
हालांकि लॉकडाउन से भारत के तीन राज्य क्रमशः उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा ऐसे हैं, जहां कुछ क्षेत्रों को ही बंद किया गया है। केंद्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप में भी कुछ गतिविधियों पर प्रतिबंध है। ओडिशा ने सभी 30 जिले मंगलवार आधी रात से पूरी तरह से बंद हो जाएंगे, जिससे लॉकडाउन से बंद हुए राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की संख्या 33 हो गई हैं, जहां लोगों की कुल संख्या 93.8 करोड़ है।
कभी लॉकडाउन में फंसे हैं? जानिए क्या है लॉकडाउन और क्या-क्या होती हैं पाबंदियां?
उत्तर प्रदेश में16 जिलों में लॉकडाउन में 66 लाख लोग घरों में कैद
उत्तर प्रदेश में, 16 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा अब तक की जा चुकी है, जहां संयुक्त आबादी 66 लाख रहते है। यूपी में लॉकडाउन में रह रहे लोग अपने घरों में कैद है। माना जा रहा है कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई और जिलो में भी लॉकडाउन की घोषणा कर सकते हैं। राज्य की कुल आबादी लगभग 200 मिलियन है।
मध्य प्रदेश में कुल 37 जिलों में लॉकडाउन, 73 लाख घरों में कैद
मध्य प्रदेश में कुल 37 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की गई और दो जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। कुल 39 जिलों में मध्य प्रदेश के 57 लाख लोगों के घर हैं, जो राज्य की 73 लाख आबादी का लगभग 80 फीसदी है। मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद माना जा रहा है चौथी बार एमपी के सीएम बने शिवराज चौहान संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए शेष सभी जिलों में लॉकडाउन की घोषणा कर सकते हैं। शपथ के दौरान ही एमपी सीएम ने अपनी प्राथमिकता में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को बताया था।
बिहार सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा की है
बिहार में भी राजधानी पटना स्थित एम्स में संक्रमित मरीज की मौत को रविवार को कोरोना से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे राज्य में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया है। हालांकि अब तक बिहार और झारखंड राज्य कोरोना संक्रमण मामलों से बचे हुए थे, लेकिन मुंबई और दिल्ली में लॉकडाउन के बाद बिहार और झारखंड समेत यूपी के प्रवासियों के घर लौटने के चलते उक्त राज्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
हर 10 में से 9 भारतीय कोरोना संक्रमण के चलते कैद है
अगर घोषित सभी राज्यों में घोषित लॉकडाउन में रह रहे लोगों को संकलित करेंगे तो पाएंगे कि करीब 600 भारतीय जिलों में एक अरब से अधिक लोग रहते हैं। यानी लॉकडाउन में कैद हुए एक अरब लोगों में हर 10 में से नौ भारतीय (87.7 फीसदी) कोरोना संक्रमण के चलते कैद में जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
31 मार्च तक घरेलू उड़ान और रेलवे की यात्री सेवाएं हैं निलंबित
भारत ने 31 मार्च तक घरेलू उड़ानों के साथ-साथ रेलवे की यात्री सेवाओं को भी निलंबित कर दिया है, यह तब किया गया जब सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल लगा हुआ है। इससे पहले, अंतर्राष्ट्रीय उड़ान संचालन को 22 मार्च को रोक दिया गया था और यह प्रतिबंध अगले सात दिनों तक भी रहेगा।
एक शहर से दूसरे शहर जाने वालों की यातायात पर प्रतिबंध
एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए भी लोगों के यातायात पर प्रतिबंध लगाया गया है और आदेशों का पालन नहीं करने वाले लोगों को बुक किया जा रहा है। हालांकि, चिकित्सा सेवाओं जैसी आवश्यक सेवाओं का निर्वहन करने वाले लोगों को यात्रा में छूट दी गई है।
भारत में 519 मामले कोरोना संक्रमित के अब तक आ चुके हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, सॉर्स-कोविद -2 वायरस, जो फ्लू जैसे लक्षणों के साथ कोविद -19 रोग का कारण बनता है से अब तक 519 को संक्रमित कर चुका है और अब तक इससे संक्रमित 10 लोगों की भारत में मौत हो चुकी है।