'बुलबुल' तूफान पहुंचा बंगाल, पेड़ गिरने से एक की मौत, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान बुलबुल बीती रात तकरीबन 2.30 बजे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों तक पहुंच गया है। यह तूफान सुंदरबन नेशनल पार्क से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर दस्तक दे चुका है .मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि अगले 12 घंटे समुद्र की स्थित काफी मुश्किल भरी हो सकती है। तमाम मछुआरों को सलाह दी गई है कि वह समुद्र में ना जाए। मछुआरों को मौसम विभाग की ओर से सलाह दी गई है कि वह बंगाल की खाड़ी में 18 घंटों तक ना जाएं।

अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान बुलबुल की दस्तक को लेकर अलर्ट जारी करते हुए कहा कि समुद्र की स्थिति काफी भयावह हो सकती है। आज बुलबुल तुफान की दस्तक से तेज हवाएं और बारिश जारी है। आज यह तूफान और ताकतवर हो सकता है, जिसकी वजह से लोगों को अलर्ट किया गया है। कई जगह पर पेड़ गिरने और सड़क टूटने की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है।
कोलकाता एयरपोर्ट पर विमानों का संचालन रुका
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच से होते हुए बुलबुल तूफान सुदरबन डेल्टा को पार करेगा और उत्तर पूर्वी भारत की ओर आगे बढ़ेगा। आने वाले घंटे काफी मुश्किल भरे हो सकते हैं। बुलबुल तूफान के चलते अगले 12 घंटे के लिए कोलकाता एयरपोर्ट से विमानों के संचालन को रोक दिया गया है।
क्या होते हैं 'चक्रवात'
कम वायुमंडलीय दवाब के चारों ओर गर्म हवा की तेज आंधी को चक्रवात कहते हैं, दक्षिणी गोलार्ध में इन गर्म हवा को चक्रवात के नाम से जानते हैं ये घड़ी की दिशा में चलते हैं और उत्तरी गोलार्ध में इन गर्म हवा को हरीकेन या टाइफून कहते हैं, ये घड़ी की सुई के विपरीत दिशा में चलते हैं।
इसे भी पढ़ें- 'हिंदुओं के साथ मिलकर मुसलमान अयोध्या में राम मंदिरा का निर्माण करें'
जीवनसंगी की तलाश है? भारत मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन!