गुजरात: फर्जी सरकारी वेबसाइट बनाकर बिल्डरों को लगाया लाखों का चूना, CA गिरफ्तार
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने बिल्डर्स और प्रमोटर्स को फर्जी वेबसाइट के जाल में फंसाकर चूना लगाया। इन दोनों ने गुजरात रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथोरिटी - गुज-रेरा- नामक फर्जी वेबसाइट बनाई थी। अहमदाबाद के सायबर सेल ने इन दो व्यक्तिओं को गिरफ्तार कर लिया है। उन लोगों ने प्रमोटरों और खरीदारों से कैसे रुपये बनाये हैं, कैसे व्यावसायिक लाभ लिया है, उस पर पुलिस छानबीन कर रही है।
फर्जी
वेबसाइट
से
फर्जीवाड़ा
आरोपियों
में
एक
चार्टर्ड
अकाउंटेंट
है
उसने
एक
व्यक्ति
को
मदद
से
यह
फर्जीवाड़ा
किया।
गुजरात
राज्य
ने
रियल
एस्टेट
रियल
एस्टेट
(विनियमन
और
विकास)
अधिनियम
को
लागू
करने
के
लिए
गांधीनगर
के
मुख्य
कार्यालय
में
वेबसाइटें
स्थापित
की
हैं।
इस
वेबसाइट
पर
बिल्डर्स,
डेवलपर्स
और
प्रमोटर्स
अपनी
संबंधित
अचल
संपत्ति
से
संबंधित
परियोजना
और
संबंधित
जानकारी
अपलोड
करते
है
।
इसके
अलावा
शिकायतों
के
लिये
ऑनलाइन
पंजीकरण
की
व्यवस्था
भी
इस
वेबसाइट
पर
है।
मामले
में
सीए
की
गिरफ्तारी
हालांकि,
चार्टर्ड
अकाउंटेंट
जयेश
लखवानी
ने
एक
फर्जी
वेबसाइट
बनाकर
ईमेल
से
एसा
प्रचार
किया
कि
गुजरात
सरकार
के
विभाग
में
कोई
भी
परियोजना
के
पंजीकरण
प्रक्रियाओं
को
गति
देने
के
लिए
वह
सेवा
प्रदान
कर
रहा
है।
जैसे
ही
सरकार
के
रेरा
विभाग
में
इसकी
जानकारी
मिली,
गुज
रेरा
के
अधिकारी
मयुर
शाह
ने
अहमदाबाद
के
सायबर
क्राइम
में
शिकायत
दर्ज
कराई
थी।
पुलिसिया
छानबीन
जारी
पुलिस
ने
छानबीन
की
तो
उनको
कुछ
गलत
होने
का
अंदेशा
मिला।
पुलिस
इंस्पेक्टर
पीबी
बारड
ने
अहमदाबाद
के
मीठाखली
एरिया
में
इंद्रपुरी
अपार्टमेंट
में
रहने
वाले
32
वर्षीय
जयेश
हाशानंद
नंदवानी,
जजीस
बंगला
स्थित
विश्वकेतु
अपार्टमेंट
में
रहने
वाले
37
वर्षीय
उनके
साथी
मितुल
रसीकलाल
ठक्कर
को
गिरफ्तार
कर
लिया
था।
सीए
की
पदवी
लेने
वाले
जयेश
ने
गुज
रेरा
के
नाम
से
अपना
डोमेन
पंजीकृत
कर
उनके
साथी
मितुल
ठक्कर
को
अगस्त
2018
को
बेच
दिया
था।
इस
डोमेन
को
बेचने
के
बाद
जयेश
को
33,000
रुपये
मिले
थे।
मितुल
ठक्कर
वैसे
तो
राजकोट
का
रहने
वाला
है,
लेकिन
वह
नवरंगपुरा
में
आकार-2
कॉम्पलेक्स
में
डिजीटल
सिग्नेचर
कंसल्टेंसी
का
काम
करता
है।
दोनों को गिरफ्तार कर बारड ने कहा कि जयेश और मितुल दोनों गेरकानूनी तरीके से पैसे कमाने के लिए गुज रेरा नामक वेबसाइट का इस्तेमाल कर रहे थे। फर्जी वेबसाइट से उन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया है उसकी हम छानबीन कर रहे हैं।