यहां बन रहा भारत का सबसे बड़ा रबर डैम, थमेगा फल्गु नदी का प्रवाह, लोग कर सकेंगे पूर्वजों का तर्पण
गया। बिहार के गया में 263 करोड़ की लागत से रबर डैम बनाया जा रहा है। यह रबर डैम बनने से करीब 400 मीटर की दूरी में पूरे वर्ष पानी एकत्रित रहेगा। अधिकारियों का कहना है कि, यहां करीब 3 मीटर यानी 10 फीट पानी होगा। वहीं, डैम पर 10 फीट से अधिक पानी होने पर वो स्वत: उत्तर दिशा की ओर निकल जाएगा। यह रबर डैम देश का सबसे बड़ा रबर डैम बताया जा रहा है।
इंडिया का सबसे बड़ा रबर डैम
यह रबर डैम उस फल्गु नदी पर बनाया जा रहा है, जिसका प्रवाह दक्षिण से उत्तर की ओर है। इससे गया आने वाले देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को फायदा होगा। जो तीर्थयात्री अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए यहां आते हैं, वे आसानी से फल्गु के पानी से पूर्वजों के तर्पण के साथ आचमन भी कर सकेंगे। खास बात यह है कि यह डैम विष्णुपद मंदिर के देवघाट के पास ही तैयार किया जा रहा है। यहीं, पिंडदानी सालों भर अपने पूर्वजों का पिंडदान करते हैं।
सितंबर तक तैयार हो जाएगा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार हाल में इस रबर डैम का जायजा लेने आए। पहले उन्होंने गंगा जल उद्वह योजना के तहत मानपुर अबगीला में बनाए जा रहे जल शोधन केंद्र का भी निरीक्षण किया, और उसके बाद वह रबर डैम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, यह देश का सबसे बड़ा रबर डैम है, जो इसी साल सिंतबर में बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री बोले कि, प्रोजेक्ट का सफल परीक्षण हो गया है।
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आएगी 263 करोड़ की लागत
इस प्रोजेक्ट की लागत 263 करोड़ रुपए बताई जा रही है। यह प्रोजेक्ट यूरोप के आस्ट्रिया से आए सिविल इंजीनियरों की मदद से पूरा किया जाएगा। CM नीतीश कुमार ने इस प्रोजेक्ट को सितंबर महीने तक पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने यूरोप के आस्ट्रिया से आए सिविल इंजीनियरों से कार्य की प्रगति पर भी सवाल पूछे। इसके मुख्यमंत्री यहां से विष्णुपद मंदिर और फिर बोधगया के लिए निकले।