Bhopal News: हेमा मीणा के मामले में सीक्रेट & सपोर्ट्स की तरफ मुड़ी जांच, बड़े अफसरों पर आ सकती है आंच
रायसेन जिले में सब्जी बेचने वाले किसान की लड़की और ₹30 हजार महीने की सैलरी पाने वाली सब इंजीनियर हेमा मीणा आखिरकार कैसे करोड़ों आसामी बनी? यह सवाल अभी लोगों के दिमाग में चल रहा है।
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Hema Meena update News: पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की सब इंजीनियर रही है हेमा मीणा की बैंक डिटेल्स लोकायुक्त पुलिस को शुक्रवार को नहीं मिल सकी। अब पुलिस को कुछ और दिन इंतजार करना पड़ेगा। लोकायुक्त को मीणा के बैंक खातों से भी कई राज खुलने की संभावना है। बता दे शनिवार और रविवार को बैंक की छुट्टी होने के कारण हेमा मीणा की बैंक डिटेल्स अटक गई है।
लोकायुक्त पुलिस को छापे में हेमा मीणा के 5 बैंक खातों की जानकारी मिली थी। लोकायुक्त पुलिस ने इन सभी खातों की जानकारी बुलाने के लिए बैंकों को लिखा है, लेकिन शुक्रवार की शाम तक किसी भी बैंक से यह जानकारी नहीं आई। अब शनिवार और और रविवार की छुट्टी होने के चलते यह जानकारी सोमवार या उसके बाद के दिनों में आ सकेगी। दरअसल पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के कुछ अन्य अफसरों से जुड़े दस्तावेज हेमा मीणा के घर और फार्महाउस से पुलिस को मिले हैं।
इन दस्तावेजों के आधार पर यह आशंका बनी हुई है कि हेमा मीणा के साथ भ्रष्टाचार में कुछ और अफसर भी शामिल हो सकते हैं। इन अफसरों का राज बैंक खातों के डिटेल से खुलने की संभावना है। यदि बैंक ट्रांजैक्शन हेमा मीणा और अन्य अफसरों के बीच हुआ होगा तो लोकायुक्त पुलिस को सीधे तौर पर यह सबूत मिल जाएगा कि मीणा की अकूत संपत्ति में अन्य अफसरों का भी हाथ है।
चीफ प्रोजेक्ट इंजीनियर पस्तोरे की मॉनिटरिंग पर पर भी उठे सवाल
लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई में सब इंजीनियर हेमा मीणा के पास 7 से 8 करोड़ की संपत्ति मिलने के बाद पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चीफ प्रोजेक्ट इंजीनियर जेपी पस्तोरे को भवन निर्माण के कार्यों के साथ ही यहां पर पदस्थ इंजीनियर और सब इंजीनियर के कामकाज की मॉनिटरिंग करने की भी जिम्मेदारी मानी जाती है। सब इंजीनियरों को संविदा पर रखने के लिए चीफ इंजीनियर के यहां से ही प्रस्ताव बनाए जाते हैं। हेमा मीणा को बार-बार संविदा पर वहां नियुक्ति मिलने के पीछे भी यहां के कुछ अफसरों की खास मेहरबानी मानी जाती रही है। वहीं लोकायुक्त पुलिस को जो दस्तावेज हेमा के यहां पर छापे में मिले हैं। उसके बाद लोकायुक्त पुलिस की जांच की आंच यहां पर पदस्थ प्रोजेक्ट इंजीनियर जनार्दन सिंह पर भी आ सकती है।
मकवाना के समय से ही छापे की तैयारी
पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन एवं डीजी कैलाश मकवाना जब लोकायुक्त पुलिस के डीजी थे। तब हेमा मीणा को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने जांच शुरू की थी। पिछले साल दिसंबर तक हिमा मीणा के खिलाफ जांच में लोकायुक्त पुलिस को अधिकांश जानकारी मिल गई थी।
बता दे शुक्रवार को पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन कैलाश मकवाना ने हेमा मीणा पर एक्शन लेते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया और अपने कार्यालय में पदस्थ सभी कर्मचारियों और अफसरों को ईमानदारी और नियमानुसार कार्य करने की हिदायत दी है। उन्होंने इसके लिए एक आदेश भी जारी किया है।
हेमा के घर में कार्रवाई के दौरान पुलिस को क्या-क्या मिला है? नीचे दी गई लिंक को खोलकर पूरी खबर विस्तार से पढ़ें..