खेल घोटालों में बढ़ी शीला की मुसीबत बढ़ी, सीबीआई करेगी कैग रिपोर्ट पर विचार
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर इस रिपोर्ट में ठेकों में धांधली करने का आरोप लगा है। राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के समय दिल्ली में सड़कों और स्ट्रीट लाइट के लिए जो ठेके पास किए गए थे उसमें प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है। सड़कों के निर्माण में जरूरत से ज्यादा खर्चा किया गया जिसका बजट पास करते समय धांधली की गई। इसके अलावा दिल्ली के कायाकल्प और दिल्ली ग्रीन के नाम पर भी दिल्ली में 250 करोड़ से अधिक रुपए खर्च किए गए।
यूपीए में हुए एक के बाद एक घोटालों की रिपोर्ट संसद में पेश हो रही हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में हुए घोटालों में अभी तक आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ही फंसे हैं। वे इस समय तिहाड़ जेल में हैं। कैग रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि राष्ट्रमंडल घोटालों में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की भूमिका भी संदिग्ध है। दिल्ली के अंदर जितने भी ठेके पास हुए हैं वे सब मुख्यमंत्री की कलम से होकर गुजरे थे। ऐसे में खुद को कैसे निर्दोष साबित कर पाएंगी।
2जी स्पेक्ट्रम की तरह राष्ट्रमंडल खेलों में हुए घोटाले की आंच सीधे प्रधानमंत्री तक पहुंच चुकी है। इस मामले में उन्हें भी संसद में अपनी सफाई पेश करनी पड़ सकती है। अब देखना है कि घोटालों में ए राजा, दयानिधि मारन, सुरेश कलमाणी और अशोक चव्हाण को उनके पद से अपदस्थ करने वाली यूपीए सरकार अपनी पार्टी की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ क्या एक्शन लेगी?