आसाराम बापू के आश्रम सुरक्षा घेरे में
संत आसाराम बापू आश्रम के इन्दुमति विद्या निकेतन के बाथरूम में रामकृष्ण यादव और वेदान्त की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद से कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को गुरुकुल से निकालने का भी निर्णय लिया है। कुछ लोग तो अपने बच्चों को घर भी ले गये।
गौरतलब है कि आश्रम में मृत पाये गये दोनों बच्चों के शरीर पर चोट के निशान न पाए गये थे। इस कारण मौत का रहस्य गहरा गया है। दोनों के बिसरा की फॉरेन्सिक जांच कराई जा रही है। दोनों मृतकों के परिजनों ने आश्रम को क्लीन चिट दे दी हैं मगर उन्होंने भी साजिश की आशंका जताई है। पोस्टमार्टम के बाद चिकित्सकों द्वारा वेदान्त की मौत की वजह स्वाभाविक न बताए जाने पर पुलिस और प्रशासन की मुश्किलें और बढ गई हैं।
बच्चों की मौत की घटनाओं के खिलाफ शनिवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के आह्वान पर लोगों ने शहर बंद रखा। बंद समर्थक वाहनों में सवार होकर दुकानें तथा अन्य प्रतिष्ठान बंद करा रहे थे। पूरे शहर में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया हैं। इस दौरान पुलिस के कई अधिकारी आश्रम के भीतर ही मौजूद रहे।
छिंदवाड़ा के पुलिस उप महानिरीक्षक क़े वैफ ई के मुताबिक दो दिन पहले आश्रम के बाहर हुई तोड़-फोड़ को ध्यान में रखते हुए आश्रम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि अभिभावकों और अन्य लोगों की आवाजाही पर किसी भी तरह की रोक नहीं है।