तहजीब के शहर लखनऊ की खुली पोल, छेड़खानी में सबसे आगे
मनचलों की रेस में सबसे आगे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, एंटी रोमियो स्क्वॉड के आंकड़ों ने खोली तहजीब के शहर की पोल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को तहजीब और अदब के शहर के नाम से जाना जाता है, यहां के लोगों को उनकी मेहमानवाजी और अदब के चलते दुनियाभर में जाना जाता है। लेकिन एंटी रोमियो स्क्वॉड के जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार लखनऊ के लोग छेड़खानी के मामले में सबसे आगे हैं। अकेले लखनऊ में 1 लाख 14 हजार पुरुषों की एंटी रोमियो स्क्वॉड ने जांच की, जिनपर स्क्वॉड को छेड़खानी का शक था।
7 लाख से अधिक लोगों की गई जांच
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सत्ता में आने के बाद राज्य सरकार ने मनचलों पर लगाम कसने के लिए 7 लाख से अधिक पुरुषों की जांच की है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एंटी रोमियो स्क्वॉड के तहत जिन पुरुषों की जांच की है उनमे से अधिकतर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार के इस अभियान पर तमाम विपक्षी दलों ने जमकर निशाना साधा, हालांकि योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान में शिकायतों के मिलने के बाद निर्देश दिए थे कि इस अभियान से निर्दोष लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
तीन लाख से अधिक लोगों को दी गई चेतावनी
योगी आदित्यनाथ सरकार ने जो आंकड़ा दिया है उसके अनुसार एंटी रोमियो स्क्वॉड ने जिन सात लाख लोगों का टेस्ट किया गया है उनमें से आधे से अधिक पुरुषो को उनके बर्ताव के लिए चेतावनी दी गई है। जिन लोगों पर कार्रवाई की गई है वह मुख्य रूप से सार्वजनिक स्थलों पर की गई है, जहां लोगों की भीड़भाड़ अधिक होती है। इन जगहों पर पुलिस ने कई मनचलों को चेतावनी देकर ही छोड़ दी।
सार्वजनिक स्थलों पर की गई कार्रवाई
यूपी सरकार ने अपने बयान में कहा है कि 22 मार्च से 28 मई के भीतर एंटी रोमियो स्क्वॉड ने अपनी जो कार्रवाई की है, उसमे मुख्य रूप से मॉल, स्कूल, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और पार्कों के पास 7.42 लाख पुरुषों की जांच की गई है। इनमे 3.38 लाख पुरुषों को एंटी रोमियो स्क्वॉड ने चेतावनी देकर छोड़ दिया कि वह भविष्य में इस तरह की कार्रवाई नहीं करेंगे। इसके अलावा पुलिस ने 538 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है और 1264 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
लखनऊ के बाद वाराणसी का नंबर
एंटी रोमियो स्क्वॉड ने पुरुषों के खिलाफ जो कार्रवाई की है उनमे सबसे अधिकक लखनऊ के लोग हैं। लखनऊ में 1 लाख, 14 हजार लोगों की जांच की गई और इन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। लखनऊ के बाद वाराणसी में 67 हजार 673 लोगों की जांच की गई और इनमे से 62 हजार 425 लोगों को चेतावनी करके छोड़ दिया गया। आंकड़ों के मुताबिक पश्चिमी यूपी में एंटी रोमियो स्क्वॉड ने सबसे ज्यादा कार्रवाई की है, इसमें मुख्य रूप से मेरठ, सहारनपुर, नोएडा और गाजियाबाद हैं, जहां 1.9 लाख लोगों की जांच की गई, जिसमें 30 हजार लोगों को चेतावनी दी गई और उन्हें छोड़ दिया गया।
आलोचना का भी शिकार होना पड़ा था
गौरतलब है कि जब लखनऊ में भाजपा की सरकार आई थी तो एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया गया था, जिसके तहत पुलिस ने तमाम मनचलों के खिलाफ कार्रवाई की थी। जिसके बाद कई ऐसे कपल्स पर भी कार्रवाई की गई जो आपसी मर्जी से एक दूसरे के साथ थे। तमाम वीडियो भी सामने आए, जिसके बाद प्रदेश सरकार निशाने पर आ गई। आलोचनाओं के बाद एंटी रोमियो स्क्वॉड को सतर्कता बरतने को कहा गया था।