कंबोडिया में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल हुए उप राष्ट्रपति धनखड़, जो बाइडेन से भी की मुलाकात
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कंबोडिया दौरे पर हैं। यहां उन्होंने जो बाइडेन से भी मुलाकात की।
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कंबोडिया दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने रविवार को राजधानी नोम पेन्ह में 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया। जगदीप धनखड़ ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन से भी मुलाकात की, जो शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार को कंबोडिया पहुंचे थे।
आसियान सम्मेलन में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं पर प्रकाश डाला और 2023 में अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष में ईएएस सदस्यों के पूर्ण योगदान का आह्वान किया। इसके साथ ही धनखड़ ने नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता के साथ मुक्त, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक को बढ़ावा देने में ईएएस प्रक्रिया के महत्व को भी रेखांकित किया। इसके साथ ही कंबोडिया और भारत के दो प्रमुख थिंक टैंकों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया, जिसका उद्देश्य दोनों देशों को लोगों से लोगों के स्तर पर एक साथ लाना है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के साथ एक बैठक की और यूक्रेन, इंडो-पैसिफिक, ऊर्जा, जी20 और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
क्या है आसियान?
आसियान शिखर सम्मेलन यूक्रेन संघर्ष और ताइवान जलडमरूमध्य में चीन की सैन्य मौजूदगी से उत्पन्न भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हो रहा है। कंबोडिया इन शिखर सम्मेलनों की मेजबानी आसियान के वर्तमान अध्यक्ष के तौर पर कर रहा है। बता दें कि इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ (आसियान) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसके दक्षिण पूर्व एशिया में 10 सदस्य देश हैं। इन देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।