कलेक्टर बोलीं- SDM का चार्ज चाहिए तो बीजेपी को जिताओ, Whatsapp चैट हुई वायरल
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारियों पर भाजपा के पक्ष में काम करने के आरोप लगे थे। अब चुनाव के डेढ़ माह बाद एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर दो महिला अधिकारियों के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है। वायरल हुई इस चैट के मुताबिक शहडोल कलेक्टर अनुभा श्रीवास्तव डिप्टी कलेक्टर पूजा तिवारी से चुनाव के दौरान कांग्रेस को हराने और भाजपा को जिताने की बात कह रही है।
भाजपा को जिताओ, एसडीएम का चार्ज मिलेगा
दरअसल, चुनाव के बाद पिछले दिनों एक व्हाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, इसे शहडोल कलेक्टर अनुभा श्रीवास्तव और डिप्टी कलेक्टर पूजा तिवारी के बीच हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट बताया जा रहा है। इस चैट के वायरल होने के बाद डिप्टी कलेक्टर पूजा तिवारी ने कोतवाली थाने में तीन दिन पहले एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। चुनाव आयोग ने भी इस मसले को गंभीरता से लिया है।
वायरल स्क्रीन शॉट में ऐसे हुई बातचीत............
डिप्टी कलेक्टर: मैम दो सेक्टर में सिचुएशन कण्ट्रोल है, बट जैतपुर की नहीं हो पा रही है।कांग्रेस लीड बना रही है एन्ड उमा धुर्वे के समर्थक काफी हैं
कलेक्टर: मुझे कांग्रेस क्लीन स्वीप चाहिए मैं आरओ डेहरिया को फ़ोन कर देती हूँ पूजा तुम्हे एसडीएम का चार्ज लेना है तो जैतपुर में बीजेपी को विन कराओ
डिप्टी कलेक्टर: ओके मैम मैं मैनेज करती हूँ, बट कोई इन्क्वायरी तो नहीं होगी
कलेक्टर: मैं हूँ मेहनत कर रही हो तो बीजेपी गवर्नमेंट बनते ही तुम्हे एसडीएम का चार्ज मिलेगा
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यह मुझे और कलेक्टर मैम को बदनाम करने की साजिश है
पूजा तिवारी ने कहा, 'इस चैट की जांच हो। क्योंकि, यह मुझे और कलेक्टर मैम को बदनाम करने की साजिश है। ये चैट कहां से वायरल हुई, मुझे कुछ नहीं पता।' इसमें डिप्टी कलेक्टर को भाजपा सरकार बनने पर एसडीएम का चार्ज देने की बात भी कही गई है। वहीं डीएम अनुभा श्रीवास्तव ने भी इस मैसेज को किसी की शरारत बताया है। पुलिस आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है ।
मामला सीएम कमलनाथ तक पहुंचा
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, डिप्टी कलेक्टर पूजा तिवारी के मोबाइल की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता किया जा सके कि कहीं उनके मोबाइल और नंबर के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। इस मामले पर सीएम कमलनाथ ने कहा कि जो भी वायरल हो रहा है। वह अफसरों की कार्यशैली का हिस्सा नहीं है। मामले की जांच होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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