गुजरात: दलित शख्स का आरोप- जाति पूछने के बाद 15 पुलिसवालों ने थाने में चटवाए जूते
नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में एक दलित शख्स ने 15 पुलिसवालों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया। एफआईआर में युवक ने आरोप लगाया है पुलिस हिरासत में उससे पुलिस ने जाति पूछी औऱ फिर 15 पुलिसवालों ने उससे जूते चटवाए। हालांकि पुलिस इस तरह के किसी भी आरोप का खंडन कर रही है। यह घटना 29 दिसंबर की रात की है।
मिली जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद के रहने वाले हर्षद जाधव का एक पुलिस सिपाही से विवाद हो गया। जाधव ने अपने एफआईआर दर्ज कराने के दौरान बताया कि पुलिस सिपाही से विवाद मारपीट में बदल गया। इसके कुठ देर बाद एक और सिपाही उसके घर मारपीट के बारे में पूछताछ करने आया उससे भी हर्षद की झड़प हो गई जिसके बाद सिपाही ने हर्षद पर डंडे से वार किया जिसमें उसकी हाथ की उंगली टूट गई।
हर्षद ने बताया कि सिपाही ने उसके परिवार के सदस्यों से भी बात की और फिर उसे उसी रात थाने ले जाया गया। हर्षह ने अपनी एफआईआर में बताया कि थाने में रात में उसे लॉकअप से बाहर निकाल कर उसकी जाति पूछी गई। जाति पूछने के बाद उससे आरोपी सिपाही से माफी मांगने को कहा गया और उसके बाद उसे वहां मौजूद 15 पुलिसवालों के जूते चाटने को कहा गया।
इस मामले में डीसीपी गिरीश पांड्या ने बताया कि हर्षद को एख पुलिस सिपाही के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन उसे कोर्ट में पेश किया जहां उसे जमानत मिल गई। कोर्ट में उसने इस दौरान थाने में हुई किसी भी तरह की अप्रिय घटना का जिक्र नहीं किया। अगर ऐसा कुछ हुआ था तो उसने कोर्ट में क्यों नहीं कहा? फिर भी इस मामले में आरोपी पुलिस वाले के नाम एफआईआर दर्ज हो चुकी है। मामले की जांच चल रही है।
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