जम्मू कश्मीर में जुमे की नमाज और ईद मनाने के लिए लोगों को दी जाएगी रियायत
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के बाद यहां काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। लगातार पांचवे दिन यहां स्थिति सामान्य नहीं हुई है और चप्पे-चप्पे पर भारी सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। इस बीच शीर्ष अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ दिनों में स्थिति बेहतर हो सकती है। जम्मू कश्मीर के गवर्नर के सलाहकार और सीआरपीएफ के पूर्व मुखिया के विजय कुमार ने बताया कि स्थिति में कुछ ढील दी जाएगी। लोगों को शुक्रवार की नमाज पढ़ने के लिए छूट दी जाएगी, साथ ही रविवार को ईद के मौके पर भी कुछ रियायत दी जा सकती है।
नमाज और ईद के लिए दी जा सकती है छूट
विजय कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ है। कुछ जगहों पर पत्थरबाजी हुई है, यह मुख्य तौर पर श्रीनगर में हुई है। सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि कम से कम बल प्रयोग करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि शुक्रवार की नमाज के लिए लोगों को कुछ रियायत दी जाएगी। हम लोगों को ईद मनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी तरह का कानून नहीं तोड़ा जाए।
हर संभव मदद की जा रही है
घाटी में तनाव के बीच स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विजय कुमार ने बताया कि आपातकाली स्वास्थ्य सेवाओं को सभी संभावित मदद दी जा रही है। कई मामलों में सुरक्षाकर्मियों ने अपनी ही गाड़ी से लोगों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई है। लोगों को जरूरी सामान लेने के लिए आने-जाने दिया जा रहा है। हर जगह पर शाम को कुछ दुकानें खुली हैं, उन्हें इसी शर्त पर दुकान खोलने की अनुमति है कि भीड़ को इकट्ठा नहीं होने देंगे। जरूरी सामान की कमी ना हो इसके पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जरूरी सामान को सुरक्षाकर्मियों की मदद से लोगों में बंटवाया जाएगा।
ट्रैवेल पास मुहैया कराए गए हैं
लोगों को खास काम के लिए ट्रैवेल पास मुहैया कराए गए हैं। हम कोशिश करेंगे कि लोगों को जल्द से जल्द कहीं भी आने-जाने की आजादी मुहैया कराए। यह चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। जरूरी सेवाओं के लिए फोन लाइन को चालू रखा गया है। आपात सेवा के लिए लोग सुरक्षाकर्मियों से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही कश्मीर के बाहर रहने वाले लोग अपने घरवालों का हाल चाल स्थानीय प्रशासन की मदद से ले सकते हैं। जैसा कि मैंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वह लोगों को हर संभव मदद करें और अपने रिश्तेदारों से संपर्क करने में उनकी सहायता करें।
हाईवे पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं
घाटी में हाईवे पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है। विजय कुमार ने बताया कि समय के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी फिर से सुचारू किया जाएगा। वहीं एनएसए अजीत डोवाल के शीर्ष करीबी अधिकारी अडिशनल सेक्रेटरी ऑफ नेशनल सेक्युरिटी काउंसिल एसएम सहाय ने कहा कि मैं आशावादी हूं कि जल्द ही प्रतिबंध को हटा दिया जाएगा। अभी तक घाटी में किसी भी तरह की जानमाल की खबर नहीं है।