वोट डालने आया कोई वोटर अगर 'बुखार पीड़ित' मिला तो क्या होगा? जानिए चुनाव आयोग का जवाब
नई दिल्ली, 8 जनवरी: कोरोना महामारी का कहर पूरे देश में जारी है, जहां शनिवार को डेढ़ लाख के करीब नए मामले मिले। इस बीच चुनाव आयोग ने यूपी, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। साथ ही ये माना की महामारी के बीच पांचों राज्यों में चुनाव करवाना काफी ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। इस वजह से खास कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। वहीं सब के मन में एक सवाल है कि अगर बुखार से ग्रसित कोई मरीज वोट देने पहुंचा, तो उसके साथ क्या होगा?
चुनाव आयोग के मुताबिक हर मतदान केंद्र पर लोगों का तापमान जांचा जाएगा। अगर उसमें कोई व्यक्ति बुखार से ग्रसित मिला या फिर उसके शरीर का तापमान ज्यादा रहा, तो उसे तुरंत लाइन से हटाया जाएगा। इसके बाद उसे एक टोकन दिया जाएगा और अंतिम के एक घंटे में आने को कहा जाएगा। इन्हीं सब वजहों से चुनाव आयोग ने सभी राज्यों में एक घंटे मतदान का समय बढ़ाया है। इसके अलावा हर केंद्र पर सेनिटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था की जाएगी।
वैक्सीनेशन
पर
पूरा
ध्यान
मुख्य
चुनाव
आयुक्त
के
मुताबिक
आयोग
चुनाव
ड्यूटी
में
लगे
सभी
कर्मचारियों
का
ध्यान
रखेगा।
जिसके
तहत
पोलिंग
बूथ
के
अंदर
तैनात
सभी
कर्मी
फुली
वैक्सीनेटेड
होंगे।
वहीं
उन्हें
मास्क
और
सेनिटाइजर
उपलब्ध
करवाए
जाएंगे।
कोरोना
से
बचाव
के
लिए
सभी
प्रत्याशियों
को
ऑनलाइन
नामांकन
की
सुविधा
मिलेगी।
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कब
कहां
होंगे
चुनाव
उत्तर
प्रदेश
पहला
फेज-
10
फरवरी
दूसरा
फेज-14
फरवरी
तीसरा
फेज-
20
फरवरी
चौथा
फेज-
23
फरवरी
पांचवां
फेज-
27
फरवरी
छठा
फेज-
3
मार्च
सातवां
फेज-
7
मार्च
उत्तराखंड,
गोवा
और
पंजाब
तीनों
अहम
राज्यों
में
सिर्फ
एक
ही
फेज
में
चुनाव
होंगे।
जिसके
लिए
14
फरवरी
की
तारीख
तय
की
गई
है।
इसके
बाद
10
मार्च
को
यहां
के
भी
रिजल्ट
आएंगे।
मणिपुर
भौगोलिक
स्थिति
और
अन्य
परिस्थितियों
को
देखते
हुए
चुनाव
आयोग
ने
यहां
दो
फेज
में
चुनाव
करवाने
का
फैसला
लिया
है।
जिसके
तहत
27
फरवरी
और
3
मार्च
को
वोटिंग
होगी।
यहां
के
भी
परिणाम
10
मार्च
को
आएंगे।