अंकिता हत्याकांड:रिजॉर्ट में किस वीआईपी को मिलनी थी स्पेशल सर्विस, पहचान सार्वजनिक करने की उठ रही मांग
अंकिता हत्याकांड:रिजॉर्ट में किसको मिलती थी स्पेशल सर्विस
देहरादून, 27 सितंबर। अंकिता हत्याकांड को लेकर आए दिन खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में जितनी चर्चा आरोपी पुलकित आर्य की है, उतना ही जांच का विषय वनंतरा रिजॉर्ट है। इस रिजॉर्ट का इस्तेमाल आरोपी पुलकित किस काम के लिए करता था। इसका सच हर कोई जानना चाहता है। रिजॉर्ट वैध था या अवैध तरीके से चल रहा था। इसकी भी जांच की जा रही है। लेकिन जिस तरह की अंकिता की चैट में बात खुलकर सामने आई है, उससे साफ है कि रिजॉर्ट का इस्तेमाल गंदे काम करने के लिए भी हो रहा था। अंकिता को जिस स्पेशल सर्विस के लिए उकसाया जा रहा था। उस बात की भी जांच होनी है।
कर्मचारी यहां टिकते थी नहीं थे
रिजॉर्ट में काम कर चुके कर्मचारियों और पुराने लोगों से बाचतीत भी अब धीरे-धीरे मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए बाहर आ रहा है। जिसमें इस बात के भी संकेत मिले हैं, जो भी रिजॉर्ट में आता था, वह यहां के माहौल से संतुष्ट नहीं रहता था। इस वजह से कर्मचारी यहां टिकते थी नहीं थे। अंकिता की अपने दोस्त से की गई चैट सामने आने के बाद ये तो साफ हो गया कि रिजॉर्ट में कुछ भी सही नहीं चल रहा था।
आखिर वो वीआईपी कौन थे
सबसे बड़ा सवाल अब ये उठ रहा है कि इस रिजॉर्ट में जिन वीआईपी को स्पेशल सर्विस देने की बात की जा रही थी, आखिर वो वीआईपी कौन थे। इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया में भी बहस छिड़ी हुई है। कांग्रेस में रिजॉर्ट में आने जाने वाले वीआईपी की लिस्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रही है। हालांकि पुलिस के लिए इसके साक्ष्य जुटाने आसान नहीं होंगे। जिस तरह की खबरें अब तक समाने आई हैं, उसके हिसाब से रिजॉर्ट में करीब 3 माह से सीसीटीवी कैमरे न होने और रजिस्टर मैंटेन न होेने की वजह से इस बात का खुलासा होना आसान नहीं है।
स्थानीय पटवारी की भूमिका पर भी सवाल
स्थानीय लोगों की मानें तो इस रिजॉर्ट में वीआईपी मूवमेंट काफी रहता था। स्थानीय लोगों ने इस बात को लेकर कई बार आपत्ति भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलकित के बिगडैल व्यवहार और रसूखदार होने की वजह से ये मामले कभी सामने नहीं आ पाए। इतना ही नहीं स्थानीय लोग अब स्थानीय पटवारी की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। पटवारी की भूमिका को लेकर कांग्रेस भी सवाल खड़े कर रहे हैं। ऐसे में अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऐसे वीआईपी की लिस्ट तैयार करने की है, जिनका इस रिजॉर्ट में आना जाना लगा रहता था।
सरकार 24 घंटे के भीतर उस वीआईपी का नाम सामने लाए
इधर इसी मुद्दे पर कांग्रेस भी मुखर हो रही है। अंकिता हत्याकांड को लेकर कांग्रेस ने कई सवाल उठाए हैं। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा वह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस को एसआईटी पर भरोसा नहीं है। सरकार मामले की पूरी जांच सीबीआई से कराए। उन्होंने कहा कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की ओर से जिस वीआईपी को स्पेशल ट्रीटमेंट दिए जाने की बात अंकिता की चैट में सामने आई है सरकार 24 घंटे के भीतर उस वीआईपी का नाम सामने लाए।
पटवारी की भूमिका भी संदेह के घेरे में
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस रिजॉर्ट में घटना हुई वहां कई वीआईपी आते जाते थे। सरकार उनके नाम उजागर करे। पटवारी की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए। कहा जब पटवारी को अंकिता की गुमशुदगी की खबर मिल चुकी थी, तो उसके बाद अचानक उसके छुट्टी पर जाने से उसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।