पश्चिम बंगाल में नहीं थम रही हिंसक वारदात, अब कूच बिहार में बीजेपी कार्यकर्ता को मारी गोली
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान शुरू हुई हिसंक वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंचायत चुनाव के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को मारने-पीटने, उनकी हत्या करने और धमकाने का आरोप लगता रहा है लेकिन टीएमसी इसे आपसी रंजिश बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं पंचायत चुनाव के बाद तीसरी बार प. बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता को निशाना बनाया गया है।
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में भाजपा कार्यकार्ता पर जानलेवा हमला किया गया है। खबरों के मुताबिक, पीड़ित शख्स की पहचान नारायण सरकार के रूप में की गई है। उसे रविवार रात कूच बिहार में गोली मारी गई थी। हमले के तुरंत बाद पीड़ित को स्थानीय हॉस्पिटल में भर्ती कराया कराया है। नारायण सरकार भाजपा का कार्यकर्ता बताया हा रहा है।
बीजेपी कार्यकर्ता को मारकर पोल से लटका दिया था
इसके पहले 2 जून को भी पश्चिम बंगाल के बलरामपुर जिले के दभा गांव में शनिवार को एक भारतीय जनता पार्टी के दुलल नाम के कार्यकर्ता को मारकर पोल पर लटका दिया था। 23 साल के दुलल कुमार की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी।
एक और बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था
बता दें कि 31 मई को भी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में बीजेपी के एक दलित कार्यकर्ता की हत्या कर उसके शव को पेड़ से लटका दिया गया। यही नहीं, मृतक के पीठ पर एक पोस्टर भी चिपकाया गया था जिसपर लिखा था, 'बीजेपी के लिए काम करने का यही अंजाम होगा।'
बीजेपी ने ममता बनर्जी को बताया है जिम्मेदार
इन हत्याओं के बाद बीजेपी ने जमकर टीएमसी पर निशाना साधा है और विरोध प्रदर्शन भी किया है। सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा था कि जो कुछ भी बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में हो रहा है, वो नया नहीं है। बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए टीएमसी को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया है।