ये लोग अब भी बदल रहे हैं 500-1000 के पुराने नोट, जानिए कैसे
मोदी सरकार की तरफ से 8 नवंबर की शाम को नोटबंदी की घोषणा कर दी गई थी। जिसके बाद पुराने नोटों को बदलने और अपने खाते में जमा कराने को कहा गया।
नई दिल्ली। मोदी सरकार की तरफ से 8 नवंबर की शाम को नोटबंदी की घोषणा कर दी गई थी। जिसके बाद पुराने नोटों को बदलने और अपने खाते में जमा कराने को कहा गया। यूं तो अब पुराने नोट बदलने की आखिरी तारीख निकल चुकी है, लेकिन अभी भी कुछ लोग मोटा कमीशन लेकर पुराने नोट बदलने की सुविधा दे रहे हैं। ये भी पढ़ें- RBI ने की 12 बड़े डिफॉल्टर्स की पहचान, कौन हैं ये लोग?
ये लोग चला रहे हैं धंधा
कई एनआरआई यानी प्रवासी भारतीय लोग मोटा कमीशन लेकर पुराने नोटों के बदले नए नोट देने का गोरखधंधा चला रहे हैं। ऐसा ही धंधा कर रहे एक शख्स ने बताया कि हर 100 रुपए पर 91 रुपए का कमीशन लिया जाता है। यानी कि अगर आप 1 करोड़ रुपए बदलवाना चाहते हैं तो आपको उसके बदले सिर्फ 9 लाख रुपए ही मिलेंगे। ये भी पढ़ें- आयकर भरने का ये खास ऐप हुआ लॉन्च, बचाएगा आपके ढेर सारे पैसे
क्यों कर रहे ये लोग ऐसा?
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर ये लोग पुराने नोट लेकर नए नोट क्यों दे रहे हैं? जब ये पुराने नोट अमान्य हो चुके हैं तो इन लोगों को इस कमीशन से भी क्या फायदा? दरअसल, एनआरआई लोगों को 30 जून तक अपने पुराने नोट बदलने की अनुमति है, इसलिए कुछ एनआरआई लोग इस गोरखधंधे में लग गए हैं। ये भी पढ़ें- पेटीएम ने लगाई प्री-जीएसटी सेल, आईफोन 7 जीतने का है मौका
RBI ने की पुष्टि
इस बारे में जब भारतीय रिजर्व बैंक के एक बड़े अधिकारी से बात की गई तो उसने इसकी पुष्टि भी कर दी। उन्होंने बताया कि इस तरह से नोट बदलवाने के बारे में उन्होंने भी सुना है, लेकिन इस पर रोक लगाने का उन्हें अधिकार नहीं है। उस अधिकारी ने बताया कि ये लोग नोट बदलवाते समय सभी दस्तावेज जमा कर रहे हैं, जिसके चलते कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। ये भी पढ़ें- सोने पर भी GST इफेक्ट, कीमत से खरीदारी तक, बदलेगा सब कुछ
कौन दे रहा इतना मोटा कमीशन?
यहां एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर इतना अधिक (91 फीसदी) कमीशन देकर कोई अपने पुराने नोट क्यों बदलवा रहा है, जबकि वह सरकार द्वारा दिए गए समय के दौरान ही अपनी अघोषित आय घोषित करके इससे काफी कम टैक्स देते हुए अपने नोट बदलवा सकता था। दरअसल, यह वे लोग हैं जो अपनी आय का स्रोत नहीं बताना चाहते हैं। साथ ही, ये लोग जानते हैं कि एक बार वह सरकार की नजर में आ गए तो भविष्य में उन पर नजर रहेगी और वह कालाधन जमा नहीं कर पाएंगे। इसी के चलते ये लोग इतना मोटा कमीशन देकर अपने नोट बदलवा रहे हैं। इस काम में लगे दलाल 1 फीसदी का कमीशन ले रहे हैं, जो नोटों को एनआरआई तक पहुंचाने का काम करते हैं। ये भी पढ़ें- नोकिया ने लॉन्च किए तीन फोन, कीमत सिर्फ 9499 से शुरू