CM ममता बनर्जी का केंद्र पर पलटवार, झूठे आरोप लगाकर पश्चिम बंगाल को किया जा रहा बदनाम
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं, लेकिन इस बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। पश्चिम बंगाल में COVID-19 की स्थिति का आकलन करने कई केंद्रीय टीमों ने ममता सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने जांच में सहयोग नहीं किया। इस पर बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सीएम ममता बनर्जी ने कहा, राज्य को जान बूझकर बदनाम किया जा रहा है, जबकि कोरोना वायरस को लेकर केंद्र द्वारा राज्य में कुछ ही लोगों की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से केंद्र और राज्य सरकारों की नीदें उड़ी हुई हैं। मोदी सरकार ने राज्यों में कोरोना वायरस की स्थिति का जायजा लेने के लिए अपनी टीम भेजी है। ये टीमें सीधे गृह मंत्रालय को जानकारी देती हैं। पश्चिम बंगाल में पहुंची टीम के आरोप के बाद नया राजनीति हंगामा शुरू हो गया है। आरोप पर पलटवार करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, केंद्र ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी को लेकर बंगाल को भाषण सुनाया लेकिन जांच के लिए समुचित किट नहीं दी।
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने भी कहा, केंद्र द्वारा दी गई 10 हजार रैपिट टेस्ट किट्स में कई गड़बड़ियां थीं। रैपिट टेस्ट किट्स से जांच करना समय की बर्बादी था। आरएनए एक्सट्रैक्टर और वीटीएम की सप्लाई बहुत कम होने के चलते जांच नहीं की जा सकती है। बता दें कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने भी पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को पत्र लिखकर कहा कि मंत्रालय के ध्यान में लाया गया है कि कोलकाता और जलपाईगुड़ी में इंटर-मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीमों के लिए राज्य और स्थानीय प्रशासन की ओर से जरूरी सहयोग नहीं किया गया। इन टीमों को क्षेत्रों का दौरा करने, स्वास्थ्यकर्मियों से मिलने और जमीनी स्तर को जानने से रोका गया।
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