गैर मुस्लिम के राष्ट्रपति-पीएम बनने के बिल को पाक संसद ने रोका
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में गैर मुस्लिम को देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बनने की योग्यता देने के लिए संसद में बिल को पेश होने से रोक दिया गया है। इस बिल को संविधान में संशोधन करके गैर मुसलमानों के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ करने के लिए संसद में पेश किया जाना था, लेकिन इस बिल को संसद में पेश नहीं होने दिया गया। डॉक्टर नावीद आमिर जीवा जोकि पाकिस्तान के पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के ईसाई सांसद हैं, उन्होंने संसद में इस बिल को पेश करने की इच्छा जाहिर की थी।
आमिर जीवा संसद में एक बिल पेश करना चाहते थे जिससे गैर मुस्लिमों को भी देश का प्रधानमंत्री या फिर राष्ट्रपति बनने की आजादी होगी। वह चाहते थे कि पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 41 और 91 में संशोधन किया जाए और गैर मुसलमानो को भी देश का प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बनने की इजाजत मिले। लेकिन उनके इस बिल को संसद में पेश नहीं होने दिया गया। संसदीय कार्य राज्य मंत्री अली मुहम्मद ने इस बिल का विरोध किया और संसद में इसे पेश नहीं करने देने की मांग की।
मंत्री अली मुहम्मद का कहना था कि पाकिस्तान एक इस्लामिक रिपब्लिक देश है, जहां पर सिर्फ एक मुसलमान देश का राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री बन सकता है। उनके इस बयान का राइटविंग दल जमात ए इस्लामी के सदस्य मौलाना अब्दुल अकबर चितराली ने समर्थन किया और कहा कि इस बिल को संसद में पेश होने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।
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