हॉलीवुड एक्टर पियर्स ब्रॉसनन ने कहा- भारतीय कंपनी ने धोखा दिया
हॉलीवुड एक्टर पियर्स ब्रॉसनन ने भारतीय अधिकारियों से कहा है कि एक माउथ फ़्रेशनर कंपनी ने उनसे धोखे से अपने उत्पाद का प्रचार करवाया है.
उनसे पूछा गया था कि वो 'पान बहार' के विज्ञापन में क्यों थे, जिसे एक तंबाकू उत्पाद कहा जा रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़, ब्रॉसनन ने कहा है कि अशोक एंड कंपनी ने उन्हें उत्पाद के नुकसान के बारे में नहीं बताया था.
हॉलीवुड एक्टर पियर्स ब्रॉसनन ने भारतीय अधिकारियों से कहा है कि एक माउथ फ़्रेशनर कंपनी ने उनसे धोखे से अपने उत्पाद का प्रचार करवाया है.
उनसे पूछा गया था कि वो 'पान बहार' के विज्ञापन में क्यों थे, जिसे एक तंबाकू उत्पाद कहा जा रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़, ब्रॉसनन ने कहा है कि अशोक एंड कंपनी ने उन्हें उत्पाद के नुकसान के बारे में नहीं बताया था.
कंपनी ने ब्रॉसनन के बयान पर टिप्पणी तो नहीं की लेकिन 2016 में बीबीसी से कहा था कि उनके इस उत्पाद में तंबाकू नहीं है.
भारत के कानून में किसी भी तंबाकू उत्पाद के विज्ञापन पर प्रतिबंध है.
कांट्रेक्ट में था कुछ और
भारत के एक स्वास्थय अधिकारी एस के अरोड़ा ने बताया कि ब्रॉसनन ने अपने लिखित जवाब में सरकार से कहा है कि इस कंपनी से उनका क़रार ख़त्म हो चुका है और भविष्य में ऐसे किसी विज्ञापन के खिलाफ़ मुहिम में वो मदद करेंगे.
जेम्स बॉन्ड का क़िरदार निभाने वाले पियर्स ने 2016 में इस विज्ञापन के पहली बार सामने आने के बाद, उनकी तस्वीर को बिना अनुमति के छापने पर निंदा की थी.
कई भारतीयों ने इस विज्ञापन को लेकर उनकी आलोचना की थी कि वे कैसे एक ऐसे उत्पाद का प्रचार कर सकते हैं जिससे कैंसर होता है.
उनके आपत्ति जताने के बावजूद भारत के टीवी चैनलों और सिनेमा थियेटरों में ये विज्ञापन चलता रहा.
पान बहार को पान मसाले और गुटखे से जोड़ा जाता है जो तंबाकू, सुपारी और लौंग के मिश्रण से बनते हैं.
लाखों लोग इसे चबाते हैं और इसके हल्के नशीले प्रभाव के आदी होते जाते हैं.
ब्रॉसनन ने पीपल पत्रिका को बताया है कि उनके कॉन्ट्रेक्ट में सिर्फ़ एक उत्पाद की बात कही गई थी. माउथ फ्रेशनर/टूथ व्हाइटनर बताया गया था जिसमें कोई तंबाकू या नुकसानदेह पदार्थ नहीं है.
पान मसाला और गुटखे से कैंसर हो सकता है, इसलिए कई राज्य सरकारों ने उन्हें बेचने पर रोक लगा रखी है और साथ ही उनके खिलाफ़ प्रचार भी करवाया जाता है ताकि लोग उन्हें खरीदने से बचें.