'वैंकेया नायडू गोद में थे,बैल के सींग मारने से मां की हो गई थी मौत', जब अपनी कहानी सुन रो पड़े उपराष्ट्रपति
नई दिल्ली, 10 अगस्त: वैंकेया नायडू एक साल के थे, जब उनकी मां की मौत हो गई। वैंकेया नायडू तब अपनी मां की गोद में ही थे, बैल के सींग मारने से उनकी मौत हो गई थी। सोमवार को राज्यसभा में विदाई के दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने जब मां के मौत की कहानी सुनाई तो वैंकेया नायडू भावुक हो गए। उनके आंसू भी निकल आए। वह अपने आंसू पोंछते नजर आए।
वैंकेया नायडू को राज्यसभा से दी गई विदाई
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को सोमवार को राज्यसभा में विदाई दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और तमाम नेताओं ने विदाई भाषण दिया। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने जब भाषण दिया तो वेंकैया नायडू भावुक हो गए और अपने आंसू पोंछने लगे।
डेरेक ओ ब्रायन ने सुनाई नायडू के मां की मौत की कहानी
डेरेक ने वैंकेया नायडू के बचपन की कहानी सुनाते हुए बताया, "गांव में एक परिवार था, जिसके पास 8 बैल थे। एक दिन इनमें से एक भड़क गया और महिला के पेट में सींग से हमला कर दिया। उसकी गोद में एक साल का बच्चा था। उसे वहीं छोड़कर महिला को अस्पताल ले जाया गया, पर उसकी मौत हो गई। वो बच्चा वेंकैया नायडू थे।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या कहा ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में कहा, ''आज सदन में स्पीकर, राष्ट्रपति वही लोग हैं जो आजाद भारत में पैदा हुए। सभी साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। इसका सांकेतिक महत्व है। ये देश में नए युग का प्रतीक है। नायडू देश के ऐसे उपराष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अपनी हर भूमिका में युवाओं के लिए काम किया। सदन में भी युवा सांसदों को आगे बढ़ाया। युवाओं के संवाद के लिए यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूशंस लगातार जाते रहे। इनका नई पीढ़ी के साथ निरंतर कनेक्ट बना रहा है।''
'सदन में उनकी सलाह को यादगार बनाना चाहिए', वेंकैया नायडू के विदाई समारोह में PM मोदी