एसएसी/एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ उतरे सवर्ण, 6 सितंबर को भारत बंद का ऐलान
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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के बीच सियासी सरगर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। यहां एसएसी/एसटी एक्ट में हुए संशोधन के बाद सवर्ण जाति के लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है। सवर्ण जाति के तमाम संगठन जिसमे परशुराम सेना, क्षत्रिया महासभा, करणी सेना और अन्य शामिल हैं ने ऐलान किया है कि वह एसएसी/एसटी एक्ट में हुए संशोधन के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। शक्ति प्रदर्शन के लिए इन लोगों ने ग्वालियर में विशाल बाइक रैली निकाली।
प्रदर्शनकारियों
ने
दिखाई
ताकत
प्रदर्शनकारियों
ने
शिवराज
सिंह
चौहान
सरकार
के
खिलाफ
भी
जमकर
नारेबाजी
की।
प्रदर्शनकारियों
ने
चेतावनी
दी
है
कि
वह
इस
मुद्दे
को
आंदोलन
में
बदलेंगे।
इन
लोगों
की
मांग
है
कि
सरकार
जल्द
से
जल्द
इस
मामले
में
कार्रवाई
करे
नहीं
तो
सवर्ण
जाति
के
लोग
6
सितंबर
को
भारत
बंद
करेंगे।
प्रदर्शनकारियों
की
चेतावनी
को
देखते
हुए
प्रशासन
ने
चार
जिलों
मोरेना,
शिवपुरी
भिंड
और
ग्वालियर
के
चंभल
इलाके
में
भी
निषेधाज्ञा
लागू
कर
दी
है।
वहीं
इन
सबके
बीच
भाजपा
सांसद
रिति
पाठक
का
प्रदर्शनकारियों
के
खिलाफ
गुस्सा
फूट
पड़ा।
उन्होंने
प्रदर्शनकारियों
से
कहा
कि
अगर
चाहते
हो
तो
मेरा
गला
तलवार
से
काट
दो
कई
जगह
पर
धारा
144
लागू
आपका
बता
दें
कि
ग्वालियर
और
चंबल
इलाका
काफी
संवेदनशील
इलाका
है
और
यहां
2
अप्रैल
को
काफी
बड़े
स्तर
पर
एससी
गुट
के
लोगों
ने
भारत
बंद
का
ऐलान
किया
था।
आईजी
मार्कंड
देस्कर
ने
कहा
कि
पुलिस
हेडक्वार्टर
को
अलर्ट
कर
दिया
गया
है,
जिससे
कि
6
सितंबर
को
होने
वाले
प्रदर्शनकारियों
के
भारत
बंद
के
ऐलान
को
लेकर
वह
सजग
रहे।
उन्होंने
कहा
कि
तमाम
संवेदनशील
जिलों
के
लिए
अतिरिक्त
पुलिस
बल
को
भेज
दिया
गया
है,
इन
जगहों
पर
जन्माष्टमी
के
मद्देनजर
पहले
से
ही
अधिक
पुलिस
बल
तैनात
था,
जिसे
वहीं
रहने
का
निर्देश
दिया
गया
है।
150
संगठन
लेंगे
हिस्सा
भिंड
जिले
के
डीएम
आशीष
गुप्ता
ने
बताया
कि
6
सितंबर
को
प्रस्तावित
बंद
को
देखते
हुए
धारा
144
को
लागू
कर
दिया
गया
है।
शिवपुरी
और
मोरेना
के
डीएम
ने
भी
मामले
की
गंभीरता
को
देखते
हुए
यहां
धारा
144
लगा
दिया
है।
ब्रम्ह
समागम
सवर्ण
जनकल्याण
संगठन
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
धर्मेंद्र
शर्मा
ने
कहा
कि
150
से
अधिक
उपरी
जाति
के
संगठनों
ने
ने
इस
भारत
बंद
में
हिस्सा
लेने
का
फैसला
लिया
है,
ये
तमाम
संगठन
एसएसी/एसटी
एक्ट
में
हुए
संशोधन
का
विरोध
किया
है।
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