Arunachal Chopper Crash : ATC को हादसे से ठीक पहले मिला था 'May Day' का संदेश, पांच की मौत की पुष्टि
Arunachal Chopper Crash मामले में ATC को हादसे से ठीक पहले May Day का संदेश मिला था। अरुणाचल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सभी 5 हेलीकॉप्टर सवारों की मौत की पुष्टि हो गई है। Arunachal Chopper Crash May Day signal to ATC army c
Arunachal Chopper Crash मामले में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को हादसे से ठीक पहले May Day का संदेश मिलने की बात सामने आई है। इस बात की भी पुष्टि हुई है कि अरुणाचल प्रदेश मे्ं दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में सवार सभी 5 सवारों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सेना ने जोर देकर कहा है कि जिस समय हादसा हुआ उस समय के आकलन के हिसाब से मौसम अच्छा था। सेना के इनपुट के मुताबिक चॉपर क्रैश जिस समय हुआ वह अवधि उड़ान अभियानों के लिए मौसम के लिहाज से अच्छी थी।
अरुणाचल हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में इंडियाटीवीन्यूज डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से ठीक पहले तकनीकी या यांत्रिक विफलता का संकेत मिला था। तकनीकी भाषा में इसे May Day का संदेश या मे डे कॉल कहा जाता है।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल ए एस वालिया ने बताया है कि पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दो पायलटों सहित पांच सैन्य कर्मियों को लेकर हल्का उन्नत हेलीकॉप्टर (ALH) नियमित उड़ान पर था। चॉपर तुतिंग से लगभग 25 किमी दक्षिण में मिगिंग के पास शुक्रवार सुबह 10.43 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। असम के तेजपुर में रक्षा प्रवक्ता ने दिवंगत सैन्यकर्मियों की फाइल फोटो और पदनाम जारी किए हैं। मृतकों की पहचान मेजर विरास भांभु, मेजर मुस्तफा बोहरा, अश्विन केवी ऑपरेटर बीरेश सिन्हा और ऑपरेटर रोहिताश्व कुमार के रूप में हुई है।
हालांकि, इस हादसे के संबंध में सेना ने कहा कि उड़ान अभियानों के लिए मौसम अच्छा है। सेना ने कहा कि May Day की कॉल रिपोर्ट कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का फोकस बनेगी। सेना के मुताबिक "यह बताया गया है कि उड़ान संचालन के लिए मौसम अच्छा था। पायलटों के पास ALH-WSI श्रेणी के हेलीकॉप्टर में 600 घंटों से अधिक का संयुक्त उड़ान अनुभव था। अन्य विमानों को मिलाकर दोनों पायलट 1,800 से अधिक घंटे उड़ान भर चुके थे। थे। विमान को जून 2015 में आर्मी में शामिल किया गया था।
बता दें कि दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए तुरंत कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की गई है। ऐसे में May Day संदेश के आधार पर भी जांच होगी। सेना ने कहा, चीन से लगी सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर घने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में दुर्घटनास्थल से शुक्रवार शाम सेना के चार जवानों के शव बरामद किए गए।
सेना का जो हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ है, इसे HAL रुद्र के नाम से भी जाना जाता है। हेलीकॉप्टर ने लोअर सियांग जिले के लिकाबली से उड़ान भरी थी। एचएएल रुद्र भारतीय सेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित एक अटैक हेलीकॉप्टर है। ध्रुव उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) के साथ-साथ एकीकृत हथियार प्रणाली (Weapon System Integrated- WSI) एमके-IV संस्करण है। भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित पहला सशस्त्र हेलीकॉप्टर है।