राष्ट्रपति चुनाव से जरदारी ने किया खुद को किया आउट
जरदारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद सितम्बर में होने वाले अगले राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने का अब उनका कोई अधिकार नहीं है क्योंकि अब उनके राजनीतिक दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को देश की संसद के ऊपरी और निचली सदन में बहुमत हासिल नहीं है। जरदारी ने कहा कि यदि पीपीपी उनसे पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कहेंगी तो वह ऐसा जरूर करेंगे नहीं तो वह एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे।
जरदारी ने कहा कि पीपीपी नीत सरकार ने ड्रोन हमलों को लेकर अमेरिकी सरकार के साथ किसी तरह के समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए थे। हालांकि उन्होंने कहा कि वह यह नहीं जानते कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ ने इस तरह का कोई समझौता किया था या नहीं। गौरतलब है कि हाल ही 11 मई को हुए आम चुनाव में पीपीपी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था, जबकि नावज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग को जबरदस्त जीत हासिल हुई थी।