आईआईटी में सफल छात्रों को लेकर 'ये तेरे' 'ये मेरे' का खेल शुरू
पटना, 31 मई (आईएएनएस)। अखिल भारतीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जीईई) द्वारा आयोजित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) प्रवेश परीक्षा का परिणाम आते ही पटना में 'ये तेरे' और 'ये मेरे' का खेल शुरू हो गया है। सफल छात्रों पर कई संस्थाएं अपना-अपना हक जता रही हैं।
अब तक मिली जानकारियों में पटना के दस ऐसे छात्र हैं जिन पर कोचिंग संस्थाएं अपना-अपना दावा पेश कर रही है। संस्थाओं द्वारा सफल छात्रों की जारी की गई सूची में भी कई छात्रों के नाम कॉमन हैं। 'सुपर-30' के चार सफल छात्रों के नाम 'परमार क्लासेस' द्वारा संचालित 'आई डिजायर' की सूची में है। वहीं 'सुपर-30' के दो छात्रों के नाम 'जी-40' की सफल सूची में भी है। इस संबंध में सफल छात्र आनंद सहाय का कहना है कि हमने कई संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन दिए थे। परंतु पढ़ाई तो 'सुपर-30' में ही की है।
उधर, 4412 वां रैंक लाए एस़ एस. मुर्तजा पर 'आई डिजायर' 'सुपर-30' और 'जी-40' तीनों ने दावा पेश किया है। मुर्तजा ने आईएएनएस को बताया कि हमने कई संस्थानों में दाखिले के लिए टेस्ट परीक्षा दी थी। सभी जगह उस समय सफल रहा था परंतु दाखिला तो 'सुपर-30' में ही लिया और यहीं से तैयारी की।
इस संबंध में जब 'सुपर-30' के संचालक आनंद से बात की गई तो वह खुद कहते हैं कि हमारे संस्थान द्वारा सफल छात्रों की सूची जारी होने के बाद ही ऐसे दावे के दौर क्यों शुरू होते हैं। उधर, 'परमार क्लासेस' के निदेशक अनिल परमार ने कहा कि 'आई डिजायर' में जिन छात्रों ने पढ़ा है उन्हीं की सूची हमने जारी की है। सारे कागजात मेरे पास हैं। अब हम सभी छात्रों को तो हर समय सफाई देने के लिए संस्थान में नहीं रख सकते।
बहरहाल, जो भी हो परंतु हर साल की भांति इस साल भी आईआईटी के रिजल्ट के बाद संस्थानों में तेरे नहीं ये मेरे बच्चे का दौर शुरू हो गया है। अब देखना यह है कि यह दौर कब समाप्त होगा ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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