LoC पर पाकिस्तान की सारी हदें पार, पिछले साल हुआ 3000 बार सीजफायर का उल्लंघन
जम्मू। सीमा पार से पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन की सारी हदें पार कर दी है। पिछले साल पाकिस्तान ने 2,936 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है, जो कि पिछले 15 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, 2018 में हुए सीजफायर उल्लंघन में 61 लोगों की मौत और 250 लोग जख्मी हुए हैं। उन्होंने कहा कि 2003 के बाद पहली बार पिछले साल पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा 'हैवी फायरिंग' देखने को मिली।
एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने कहा कि पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) और इंटरनेशनल बोर्डर (आईबी) से सटे सेना के पोस्ट और गांवों को निशाना बनाकर लगातार माहौल को खराब करने की कोशिश की। सेना के अधिकारी ने कहा, 'दोनों देशों की सेनाओं क बीच पिछले साल 20 से ज्यादा बार ब्रिगेडियर मीटिंग हुई, लेकिन पाकिस्तान ने वादा करने के बाद भी लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया।'
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2017 की तुलना में 2018 में तीन गुना से भी ज्यादा बार पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है। 2017 में पाकिस्तान की तरफ से 971 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ था, जिसमें 31 लोगों की मौत और 12 लोग घायल हुए थे। वहीं, 19 सुरक्षाबलों की मौत और 151 घायल हुए थे।
सीमा से सटे जम्मू, कठुआ, सांबा, रजौरी और पुंछ जिले के गांव सबसे अधिक पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग और शैलिंग का शिकार हुए हैं। पिछले साल लगातार हुई फायरिंग के बाद सीमा से सटे गांवों से हजारों लोगों ने अपना घर तक छोड़ दिया।
पाकिस्तान की तरफ से जारी नापाक हरकतों को रोकने लिए सरकार ने पिछले साल एलओसी और आईबी पर 415 करोड़ रुपये में 14,400 अंडर ग्राउंड बंकर बनाने की बात कही थी। इस योजना के तहत अब तक 300 से ज्यादा बंकर बनकर तैयार हो चुके हैं।