Social Distancing: जानिए क्या है इसका मतलब, जो आपको कोरोना वायरस के खतरे से बचा सकती है
नई दिल्ली। भारत सहित पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (Covid-19) का सामना कर रही है। इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक तौर पर दूरी की चर्चा खूब हो रही है। सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने के लिए इसलिए कहा जाता है ताकि तेजी से फैल रहे इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके। बता दें कोरोना वायरस से अब तक पूरी दुनिया में सात हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख 70 हजार से अधिक हो गई है। ऐसे में सोशल दूरी से इस खतरे पर रोक लगाने में सफलता मिल सकती है।
सोशल डिस्टेंसिंग क्या है?
इन्फेक्शन (कोरोना वायरस) कम फैले और इस बीमारी पर रोक लगाई जा सके, इसके लिए एक दूसरे से कम संपर्क रखने को ही सोशल डिस्टेंसिंग (सोशल दूरी) कहा जाता है। इसका सीधा मतलब ये है कि बहुत सारे लोग किसी एक स्थान पर जमा ना हों। किसी इमारत को बंद कर देना, घर में बंद होकर रहना या फिर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को रद्द कर देना भी इसी का हिस्सा है। कोरोना वायरस पर रोक लगाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग ही व्यवहार में वो परिवर्तन करना है, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
सोशल डिस्टेंसिंग की प्रेक्टिस ऐसे करें-
आप खुद एक व्यक्ति के रूप में, अन्य लोगों के साथ संपर्क की दर को कम करके संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं। सबसे जरूरी है किसी सार्वजनिक स्थान पर ना जाना। सामाजिक समारोह में जाने से बचें, खासतौर पर उन जगहों पर जहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ हो। इन बातों का ध्यान रखकर आप भी सोशल डिस्टेंसिंग को अमल में ला सकते हैं। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अगर संभव हो तो घर से ही काम करें। वीडियो कॉलिंग के जरिए दोस्तों और रिश्तेदारों का हालचाल पूछ सकते हैं। ऑफिस की मीटिंग में वीडियो कॉल के जरिए शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा किसी सार्वजनिक वाहन का इस्तेमाल करने से बचें।
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए ये बातें भी जरूरी-
- समूह में शामिल ना हों।
- किसी और के घर ना जाएं।
- पार्टी ना करें और ना ही किसी के साथ खेलें।
- कॉन्सर्ट में जाने से बचें।
- थिएटर या किसी पार्क में ना जाएं।
- भीड़भाड़ वाली रिटेल शॉप पर जाने से बचें।
- घर पर मेहमानों को ना बुलाएं।
- अगर संभव हो तो घर में गैर जरूरी काम ना करवाएं।
- ज्यादा भीड़भाड़ वाली बस या मेट्रो में जाने से बचें।
- राशन खरीदते वक्त या रेस्त्रां में खाते वक्त सावधानी बरतें।
- दवाई लेने जाते वक्त या किसी अन्य काम से अगर बाहर जा रहे हैं तो सावधानी बरतें।
- चर्च, मंदिर या किसी अन्य धार्मिक स्थल जाते वक्त भी सावधानी बरतें।
- हो सके तो घर पर ही खाना बनाएं, अगर बाहर से ऑर्डर करेंगे तो डिलीवरी बॉय के संपर्क में आ सकते हैं।
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