#AvaniChaturvedi: मिलिए स्केचिंग और पेटिंग की शौकीन मिग उड़ाने वाली देश की पहली महिला फाइटर पायलट से
24 वर्ष की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी का नाम इतिहास के उन पन्नों में दर्ज हो गया है जिसके बारे में हर कोई पढ़ेगा। अवनी को भारत की पहली महिला फाइटर पायलट घोषित किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अवनी ने अकेले फाइटर जेट मिग-21 बाइसन को उड़ाकर नया कीर्तिमान अपने नाम किया है।
नई दिल्ली। 24 वर्ष की इंडियन एयरफोर्स की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी का नाम इतिहास के उन पन्नों में दर्ज हो गया है जिसके बारे में हर कोई पढ़ेगा। अवनी ने अकेले फाइटर जेट मिग-21 बाइसन को उड़ाकर नया कीर्तिमान अपने नाम किया है। अवनी जून 2016 में हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी से निकलीं तीन महिला फाइटर पायलट्स में शामिल थीं हालांकि यह रिकॉर्ड बनाने का जिम्मा उनके हिस्से आया है। उन्होंने 19 फरवरी को गुजरात के जामनगर से मिग-21 के साथ उड़ान भरी थी लेकिन 21 फरवरी को इस बात को सार्वजनिक किया गया। फाइटर जेट उड़ाकर अवनी ने यह साबित कर दिया है कि अगर आपके अंदर सपने देखने और उन्हें पूरा करने की ताकत है तो फिर आपको कोई नहीं रोक सकता है। आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं मिग उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदी?
मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं अवनी
अवनी चतुर्वेदी जो देश की पहली महिला फाइटर पायलट हैं, मध्य प्रदेश के रीवा जिले की रहने वाली हैं। उन्हें मोहना सिंह और भावना कांत के साथ देश की महिला फाइटर पायलट होने का गौरव हासिल हुआ था। ये तीनों फाइटर पायलट्स जून 2016 में इंडियन एयरफोर्स की फाइटर स्क्वाड्रन में कमीशंड हुई थीं। उस समय रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने उन्हें सेना में कमीशन दिया था।
कैसे मिली प्रेरणा
27 अक्टूबर 1993 को अवनी का जन्म एक इंजीनियर पिता और गृहणी मां के घर पर हुआ। अवनी के पिता दिनकर चतुर्वेदी मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन विभाग में एग्जिक्यूटिव इंजीनियर हैं। अवनी के बड़े भाई भी एक आर्मी ऑफिसर हैं। अवनी को उनके परिवार में मौजूद भाई और दूसरे आर्मी ऑफिसर्स से प्रेरणा मिली और उन्होंने भी सेना में जाने की ठानी।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई की पूरी
अवनी की स्कूली शिक्षा मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के देवलांद से हुई जो कि एक छोटा सा कस्बा है। इसके बाद अवनी ने राजस्थान की बनस्थली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया और साल 2014 में यहीं से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इसी वर्ष अवनी ने इंडियन एयरफोर्स का एग्जाम भी पास किया।
प्लेन उड़ाने की शौकीन अवनी
अवनी को बचपन से ही प्लेन उड़ाने का शौक था। कॉलेज के दिनों उन्होंने कुछ घंटे की फ्लाइंग पूरी करने का भी गौरव हासिल किया था। यहीं से अवनी ने इंडियन एयरफोर्स में जाने का मन बनाया था। हैदराबाद के डुंडीगल स्थित एयरफोर्स एकेडमी में कड़ी ट्रेनिंग के बाद अवनी जून 2016 में दक्ष फाइटर पायलट बनकर निकलीं।
सुखोई उड़ा सकती हैं अवनी
अवनी अगले वर्ष कर्नाटक के बीदर में स्टेज थ्री की ट्रेनिंग के लिए जाएंगी। एक बार इस ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा कर लेने के बाद अवनी सुखोई और तेजस जैसे फाइटर जेट्स भी उड़ा सकेंगी। अवनी के साथ मोहना और भावना भी ट्रेनिंग के लिए जाएंगी।
टेबल टेनिस और चेस खेलना पसंद
अवनी को शतरंज और टेबल टेनिस खेलना काफी पंसद है। इसके अलावा वह स्केचिंग और पेंटिंग भी काफी अच्छी करती हैं।