'2019 में अगर बीजेपी ने खेला चीन से खतरे वाला कार्ड, तो होगा नुकसान'
नई दिल्ली। देश में जनरल इलेक्शन के लिए एक साल से भी कम वक्त बचा है और बीजेपी सत्ता में आने के लिए 'चीन-पाकिस्तान कार्ड' खेल सकती है। चीन के ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक आर्टिकल में भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सत्ताधारी सरकार, यानि बीजेपी चुनाव में अपने फायदे के लिए चुनावी रैलियों में 'चीन भारत के लिए खतरा' जैसे शब्दों का प्रयोग करती है या चीनी कार्ड खेलती है, तो इससे दोनों देशों का नुकसान हो सकता है। चीन को पूरा शक है कि बीजेपी अपने फायदे के लिए चुनावी रैलियों में चीन को बीच में लाएगी।
हालांकि, पिछले साल डोकलाम गतिरोध को छोड़ दे तो मोदी सरकार में भारत-चीन के संबंध काफी मधुर दिखे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी की। वहीं, मोदी के दौर में भारत-चीन के बीच व्यापार भी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। यहां तक दोनों देशों ने अपने ट्रेड टार्गेट को 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए भी सहमति जताई है। इसके बावजूद भी चीन के ग्लोबल टाइम्स ने चेतावनी दी है कि चुनावी रैलियों में चीनी कार्ड खेलने से देश राजनीतिक और आर्थिक तौर पर खतरे में पड़ सकता है।
ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय मीडिया का हवाला देते हुए कहा अगले साल आम चुनाव में बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं से 'चीन भारत के लिए खतरा' जैसा मटेरियल का इस्तेमाल करने के लिए कहा है। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में 'हिंदू राष्ट्रवाद' का भी इस्तेमाल किया है। ग्लोबल टाइम्स ने अपने आर्टिकल में कहा कि हिंदू राष्ट्रवाद, जो संकिर्ण और रूढ़ीवादी मानसिकता में बदल गया है। अखबार ने लिखा कि बीजेपी की विचारधारा यही है, जो एक क्षेत्रीय पार्टी कैसे हिंदू राष्ट्रवाद के बल पर राष्ट्रीय पार्टी बन गई है।
बता दें कि बीजेपी ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय प्रशिक्षण महाभियान 2018 के तहत अपने कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग के उद्देश्य से बुकलेट तैयार किए हैं। जिसमें बताया गया है कि चीन और पाकिस्तान भारत के लिए खतरा बन रहे हैं।