जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिये भाजपा में मंथन शुरू
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी का वोट प्रतिशत तो सबसे ज्यादा है, लेकिन पार्टी जादुई आंकड़े से बहुत पीछे है। लेकिन इसके बावजूद ऐसे राजनीतिक समीकरण अभी भी मौजूद हैं जिनके तहत भाजपा कश्मीर में सरकार बना सकती है।
भाजपा को इस बात का संतोष है कि उसे जम्मू-कश्मीर में बेहतर सीटें मिलेंगी पहले के मुकाबले, पर उसे इंतजार इस बात का सज्जाद लोन, उनके साथी, आजाद उम्मीदवार तथा नेशनल कांफ्रेंस को इस चुनावों में कितनी सीटें मिलेंगी। खबर है कि भाजपा के राजधानी के अशोक रोड स्थित मुख्यालम में रणनीतिकार राज्य में अगली सरकार बनाने की तमाम संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं।
कितने आजाद उम्मीदवार जीतेंगे
वहां पर नेता चुनावों के पल-पल के नतीजों पर भी नजर रख रहे हैं। पार्टी के नेता मानते हैं कि आजाद उम्मीदवार भाजपा के साथ खड़े हो सकते हैं नतीजों के आने के बाद अगर उन्हें लगा कि सरकार भाजपा बनाने की हालत में है। इस बीच, जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना जताने के बीच, सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति तथा संभावित गठबंधनों पर काम करने में जुटे हैं।
कांग्रेस की कोशिश
कांग्रेस की कोशिश है कि राज्य में सरकार के गठन में उसकी भूमिका रहे। कांग्रेस वहां पर पीडीपी के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार हो जाएगी। हालांकि कहने वाले कह रहे हैं कि पीडीपी किसी भी हालत में कांग्रेस का दामन नहीं थामेगी। अगर उसने इस तरह का कोई कदम उठाया तो राज्य की जनता उससे खफा हो जाएगी।
जानकारों का कहना है कि इस संभावना को खारिज नहीं करना चाहिए कि राज्य में भाजपा और पीडीपी मिलकर सरकार नहीं बना सकते। यह भी संभव है। राजनीति में सब कुछ मुमकिन है। यहां पर कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं है। हां, अगर ये सरकार बनाते हैं तो इनमें मुख्यमंत्री के सवाल पर पंगा हो सकता है। हालांकि कहने वाले कह रहे हैं कि इस मसले पर कोई सहमति बन सकती है बातचीत से।