छत्तीसगढ़:महज 48 घंटो मे ही हो गया डायरी षड्यंत्र का पर्दाफाश!
रायपुर,15 जनवरी। छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग की कथित डायरी मामले का महज 48 घंटो मे ही खुलासा हो गया है। डायरी प्रकरण मे रायपुर जिले के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी जी आर चंद्रकार समेत साथी होम्योपैथी कॉलेज के सचिव संजय कुमार ठाकुर और उनके टाइपिस्ट कपिल कुमार को हिरासत मे लिया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी पूर्व अधिकारी चंद्राकर ने विभाग के अन्य अधिकारियों से अपनी निजी दुश्मनी निकालने के लिए फर्जी डायरी बनाकर पूरा षडयंत्र रचा था। बहरहाल आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में कबूल कर लिया है कि डायरी पूरी तरह से फर्जी है।
'शिक्षा मंत्री" ने की थी "सीएम बघेल" से तत्काल जांच की मांग
गौरतलब है कि शुक्रवार शाम को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर मामले की जांच करने की मांग की थी। मुख्यमंत्री से निर्देश मिलते ही रायपुर पुलिस ने तत्काल जांच करते हुए रात को ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व डायरी प्रकरण मे शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आशुतोष चांवरे की शिकायत पर नवा रायपुर के राखी थाने मे अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। डायरी मामले मे छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम पर भृष्टचार के आरोप लगाकर मामले की जांच एसआईटी से करने की मांग की थी।
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मंत्री टेकाम ने साधा नेता प्रतिपक्ष कौशिक पर निशाना
पूरा मामला सुलझने के बाद शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि पुलिस ने जिस प्रोफेशनल तरीके और तेजी के साथ फर्जी डायरी कांड का पटाक्षेप मात्र 48 घंटों के भीतर कर दोषियों को गिरफ्तार कर लिया है वह प्रशंसा और बधाई के पात्र है। डॉ. प्रेमसाय सिंह ने कहा है कि इस फर्जी डायरी के माध्यम से उन्हें, उनके विभाग और छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय भूपेश बघेल सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया गया था ,जो कि असफल रहा।
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उन्होंने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को चुनौती देते हुए कहा है कि अब वह तथाकथित डायरी सार्वजनिक करें ,जिसका दावा उन्होंने अपने बयान में किया था। अपराधियों के गिरफ्तार हो जाने के बाद अब तो यह स्पष्ट हो चला है कि अगर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ऐसा कोई दावा किया था तो उनकी भी संलिप्तता अपराधियों के साथ कहीं न कहीं अवश्य रही होगी। अन्यथा एक कूट रचित डायरी की जानकारी आरोपियों के अलावा सिर्फ उन्हें ही क्यों थी? क्यों उन्होंने यह दावा किया कि बहुत जल्द वह उस कथित डायरी को सार्वजनिक करेंगे?