क्या इंफोसिस के लिए खोटा सिक्का साबित हुए विशाल, 5 बड़ी बातें
नई दिल्ली। इंफोसिस से विशाल सिक्का ने इस्तीफा दे दिया है और अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है। देखने में यह लड़ाई सीधी-सीधी विशाल सिक्का और नारायण मूर्ति की लग रही है। सिक्का और मूर्ति दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और खुद पर लगे आरोपों को खारिज कर रहे हैं। यह भी माना जा रहा है कि मूर्ति का लगातार सिक्का पर हमला ही उनके इस्तीफे का मुख्य कारण है। ऐसे में यह भी सवाल उठता है कि क्या विशाल सिक्का इंफोसिस के लिए एक खोटा सिक्का साबित हुए? आइए जानते हैं कुछ खास बातें।
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आरोपों से लड़खड़ा गए सिक्का
1- नारायण मूर्ति ने अपने कुछ सलाहकारों को एक ई-मेल भेजकर यह दावा किया था कि इन्फोसिस के कम-से-कम तीन स्वतंत्र निदेशकों ने उन्हें कहा है कि विशाल सिक्का चीफ एग्जिक्युटिव (सीईओ) से ज्यादा चीफ टेक्नॉलजी ऑफिसर मटीरियल हैं। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि उस पत्र का मतलब संदर्भ से हटकर निकाला गया था।
2- विशाल सिक्का द्वारा नारायण मूर्ति पर आरोप लगाने के बाद वह बोले- सिक्वा बार-बार कंपनी को चलाने के लिए खराब स्टैंडर्ड इंफोसिस बोर्ड में ला रहे थे। उन्होंने सिक्का के सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनके आरोपों का सही समय और सही जगह पर जवाब दूंगा।
3- अक्सर देखा गया है कि किसी कंपनी में सीईओ जैसे पद पर ढेर सारी आलोचनाएं झेलनी पड़ती हैं, लेकिन विशाल सिक्का ने शुक्रवार को हुई इंवेस्टर कॉन्फ्रेंस में जो कहा, उससे लगता है कि वह आरोपों के दबाव में थे। उन्होंने कहा है कि मूर्ति की तरफ से लगाए गए आरोपों का लगातार नगाड़ा बजता रहा, जो बिल्कुल घिनौना था। रोज सुबह जब आप उठते हैं तो नई कहानी होती है। सिक्का बोले कि यह सब लगातार काफी अधिक व्यक्तिगत होता जा रहा था।
रोजगार देने में पिछड़ी कंपनी
4- पिछले तीन सालों में विशाल सिक्का की अगुवाई में कंपनी ने लगातार ग्रोथ की है, लेकिन उनके कार्यकाल में काफी सारे लोगों ने नौकरियां भी छोड़ीं। सिक्का का फोकस ऑटोमेशन और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की तरफ काफी था, इसलिए रोजगार देने में कंपनी कुछ पिछड़ती नजर आई और ऊपर से निचले तबके के कर्मचारियों को सैलरी हाइक देने में भी कुछ कमी देखी गई।
5- विशाल सिक्का के काम से इंफोसिस का बोर्ड खुश था या नहीं यह साफ तौर पर तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन जिस तरह से नारायण मूर्ति के आरोपों से इंफोसिस का बोर्ड विशाल सिक्का को बाहर निकालने में नाकामयाब रहा, उससे यह लगता है कि कोई तो अनबन जरूर थी। यह भी विशाल सिक्का के लिए एक निगेटिव प्वाइंट रहा।
क्या है मामला?
इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब उनकी जगह प्रवीण राव कंपनी के अंतरिम सीईओ बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि कंपनी के प्रमोटरों के साथ विशाल सिक्का का विवाद चल रहा था, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है। हालांकि, इस्तीफा देने के बाद विशाल सिक्का अब और भी फायदे में हैं, क्योंकि इस्तीफे को तुरंत स्वीकार करते हुए उन्हें इंफोसिस का एग्जिक्युटिव वाइस चेयरमैन बना दिया गया है।