'इंटरनेट आधारित हवाई टिकटों के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है भारत'
मुंबई, 31 मई (आईएएनएस)। देश की कुछ पर्यटन कंपनियों का मानना है कि रविवार से शुरू होने वाली इंटरनेट आधारित हवाई टिकटों की व्यवस्था के लिए भारत फिलहाल पूरी तरह तैयार नहीं है।
हवाई परिवहन की निगरानी करने वाली सर्वोच्च संस्था 'इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन' (आइटा) ने घोषणा की है कि एक जून यानी रविवार से पूरी दुनिया में कागजी टिकटों के स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक हवाई टिकटें चलाई जाएगी।
लेकिन 'ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन आफ इंडिया' (टाई) के अध्यक्ष सी. वी. प्रसाद ने आईएएनएस को बताया, "शत प्रतिशत इंटरनेट आधारित टिकटों के लिए सभी विमानन कंपनियां फिलहाल पूरी तरह तैयार नहीं हैं। हमने आइटा को समय सीमा बढ़ाने के लिए कहा है ताकि पर्यटन कंपनियों, विमानन कंपनियों और यात्रियों को इसके लिए तैयार होने का मौका मिल सके।"
प्रसाद ने आरोप लगाया कि आइटा में सरकारी हस्तक्षेप के कारण अमेरिका में शत प्रतिशत इंटरनेट आधारित हवाई टिकटों की अनिवार्यता फिलहाल स्थगित कर दी है।
प्रसाद ने कहा, "नई व्यवस्था से इंटरलाइन यात्रा करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी। उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दो एयरलाइनों की सेवाएं लेनी पड़ती है। इंटरनेट आधारित टिकटों की अनिवार्यता से अब उन्हें अलग अलग टिकट लेने होंगे। इससे उनकी यात्रा खर्च में 20 से 30 प्रतिशत का इजाफा हो जाएगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।