वायु प्रदूषण से भी हो सकता है मस्तिष्क आघात
वाशिंगटन, 31 मई (आईएएनएस)। थोड़े समय के लिए भी वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से किसी व्यक्ति को मस्तिष्क आघात की संभावना बढ़ सकती है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।
मिशीगन विश्वविद्यालय की शोधकर्ता लिंडा लिजाबेथ ने बताया, "हमने अध्ययन में देखा कि ज्यादातर लोगों को वायु के छोटे-छोटे प्रदूषित कण भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि अभी इस पर और अध्ययन किया जा रहा है।"
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के दौरान टेक्सास के ऐसे समुदाय का अध्ययन किया जो पेट्रोकैमिकल इंडस्ट्री के पास में रहता था। उन्होंने देखा कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोग अप्रत्यक्ष रूप से द्रव्य और छोटे ठोस प्रदूषित कणों के संपर्क में ऑक्सीजन लेते हैं जिससे उनका मस्तिष्क प्रभावित होता रहता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि प्रदूषित इलाकों में रहने वाले लोगों को 'इसकैमिक स्ट्रोक्स' अर्थात मस्तिष्क आघात होने का खतरा बढ़ जाता है। पहले यह बहुत ही छोटा दिखता है लेकिन बाद में यह अपना विनाशकारी रूप दिखाने लगता है। इसकैमिक स्ट्रोक्स का आघात होने पर मनुष्यों का रक्त संचार प्रभावित होता है और यह मस्तिष्क में थक्के का स्वरुप ले लेता है जिससे कई बार व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि कई बार लगता है कि हम प्रदूषित वायु के संपर्क में नहीं हैं लेकिन हम अप्रत्यक्ष रूप से उसके संपर्क में लगातार बने रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।