Surgical Strike: दिग्विजय सिंह ने किस पर कर दी सर्जिकल स्ट्राईक?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आर्किटेक्ट खुद दिग्विजय सिंह थे। उन्होंने ही यात्रा का आइडिया और प्लान बनाया था, लेकिन यात्रा की सारी वाहवाही जयराम रमेश लूट कर ले गए।
अभी चार दिन पहले पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता मनप्रीत बादल ने एक बड़ी ही दिलचस्प बात कही थी। वह पंजाब में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। यात्रा जैसे ही पंजाब से हिमाचल होते हुए जम्मू कश्मीर पहुंची, मनप्रीत बादल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होते हुए उन्होंने कहा था, कांग्रेस आपस में ही लड़ रही है, वह देश की समस्याओं से क्या लड़ेगी? और उनकी बात चार दिन बाद बड़े विस्फोटक रूप से सामने भी आ गई।
पंजाब छोड़कर हिमाचल से होते हुए राहुल गांधी जैसे ही जम्मू कश्मीर पहुंचे, कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज आपस में सिर फुटौवल करते दिखाई देने लगे हैं। वैसे तो राहुल गांधी ने खुद इस यात्रा में कई गुल खिलाए हैं, जो उन्हें आगे जाकर भुगतने पड़ेंगे। टीवी चैनलों पर राहुल गांधी के बाईट चल रहे हैं, जिनमें वह कह रहे हैं कि अरुणाचल में चीन की सेना भारतीय सेना को मार रही है। जिसका सेना में भारी रिएक्शन हो रहा है, क्योंकि लद्दाख हो या अरुणाचल, भारतीय सेना चीनी सेना पर भारी पड़ रही है। दोनों जगहों पर चीनी सेना को मार खा कर पीछे भागना पड़ा है। वे वीडियो भी सामने आए हैं, लेकिन राहुल गांधी उन वीडियों की अनदेखी करके अपना राग अलाप रहे हैं।
अब 23 जनवरी सोमवार को एक ऐसी घटना हो गई, जिस पर पूरे देश की कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। ऊपर से लेकर नीचे तक कांग्रेस के बड़े बड़े नेता सफाई देते घूम रहे हैं और अपने ही एक बड़े नेता के बयान का कांग्रेस से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस कांफ्रेंस में ही राहुल गांधी के पहले राजनीतिक गुरु दिग्विजय ने एक बार फिर कह दिया है कि 2019 की उस सर्जिकल स्ट्राईक का कोई सबूत नहीं, जिसमें दावा किया गया था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुस कर मारा।
वैसे यह नई बात नहीं है, 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के कई नेताओं का यही मुख्य एजेंडा था। वे अपने भाषणों में सेना की सर्जिकल स्ट्राईक पर अक्सर सवाल उठाते थे। दिग्विजय सिंह उनमें सबसे आगे थे। यह वही दिग्विजय सिंह हैं, जिन्होंने 2008 में मुम्बई पर हुए 26 /11 के पाकिस्तानी आतंकी हमले को आरएसएस की साजिश बताया था। 2019 के चुनाव में सबक सीखने के बाद कांग्रेस ने कुछ दिन भारतीय सेना की क्षमता पर सवाल उठाने बंद कर दिए थे, लेकिन अब जैसे ही राहुल गांधी ने पहले लद्दाख और अरुणाचल की घटनाओं पर भारतीय सेना की क्षमता पर सवाल उठाया, कांग्रेस में फिर से भेड़चाल शुरू हो गई है।
दिग्विजय सिंह ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राईक पर तरह तरह के सवाल दाग कर मोदी को नहीं बल्कि कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी से लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे तक सफाई देते घूम रहे हैं कि वे दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हैं। राहुल गांधी की यात्रा के को-आर्डिनेटर जयराम रमेश को लगता है कि दिग्विजय सिंह ने सारी यात्रा पर पानी फेर दिया है। उन्होंने भी कहा है कि दिग्विजय सिंह का बयान कांग्रेस का बयान नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने यह बयान कोई यों ही नहीं दिया। मैं दिग्विजय सिंह को 1992 से जानता हूँ, जब वह मुख्यमंत्री नहीं बने थे। लेकिन जब वह मुख्यमंत्री बने तो कैसे कांग्रेस के नेताओं को ही अपने चहेते मीडिया के माध्यम से निपटाते थे, उसे मैंने प्रत्यक्ष देखा है। इसलिए उनका यह ताजा बयान बिलकुल वही है, जो जयराम रमेश सोचते हैं।
जयराम रमेश का मानना है कि दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की पदयात्रा पर पानी फेर दिया। अगर यही सच है, तो आप सोचो इसका क्या कारण रहा होगा। राहुल गांधी जिन्हें सार्वजनिक तौर पर अपना राजनीतिक गुरु बताते रहे हैं, उन दिग्विजय सिंह ने ऐसा क्यों किया। तो मैं आप को मनप्रीत बादल की बात फिर याद दिलाता हूँ कि कांग्रेसी आपस में ही सिर फुटौवल करते रहते हैं।
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राहुल गांधी की इस यात्रा के आर्किटेक्ट खुद दिग्विजय सिंह थे। उन्होंने ही यात्रा का आइडिया और प्लान बनाया था, लेकिन यात्रा की सारी वाहवाही जयराम रमेश लूट कर ले गए। दिग्विजय सिंह यह भी मान रहे थे कि राहुल गांधी की इमेज बदलने के लिए बनाई गई योजना के बदले उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाएगा। अशोक गहलोत के मैदान से हटने के बाद वह खुद कांग्रेस दफ्तर जा कर नामांकन के फ़ार्म भी खरीद लाए थे, लेकिन सोनिया गांधी ने रातों रात मल्लिकार्जुन खड़गे के सिर पर ताज रख दिया। उन्हें तो अगले दिन सुबह पता चला कि उनकी लुटिया रात को ही डूब गई थी। तो दिग्विजय सिंह का यह हमला मोदी पर नहीं है, बल्कि राहुल गांधी पर ही सर्जिकल स्ट्राईक है।
(इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं। लेख में प्रस्तुत किसी भी विचार एवं जानकारी के प्रति Oneindia उत्तरदायी नहीं है।)