...तो क्या Mars पर अरबों साल पहले थी 'प्राणवायु'! क्या कहता है मंगल की गैसों का इतिहास?
मंगल पर अंतरिक्ष अभियानों के जरिए प्राप्त डेटा का काफी बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है। जिसको लेकर साइंटिस्ट्स ने नए तथ्यों का जिक्र किया है।
History of Gases oxygen on Mars: मंगल पर जीवन संभावनाओं को तलाश के लिए अभी हमारे पास जो डेटा मौजूदा है वो पर्याप्त नहीं है। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां मंगल अभियानों से प्राप्त डेटा का विश्लेषण कर अगला कदम बढ़ा रही हैं। स्पेस एजेंसी नासा ने मार्स रोवर द्वारा भेजे गए डेटा से मंगल पर मौजूद गैसों से ग्रह के इतिहास को जोड़ने की कोशिश की है।
मंगल पर Oxygen की संभावना
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मार्स रोवर्स ने 2014 में मंगल पर गेल एंड एंडेवर क्रेटर्स में चट्टानों में मैंगनीज ऑक्साइड की खोज की। रोवर्स के डेटा को लेकर शोधकर्ताओं ने कहा कि अरबों साल पहले लाल ग्रह के वायुमंडल में ऑक्सीजन मौजद होने की प्रबल संभावना थी। वहीं एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार स्पेस साइंटिस्ट्स का दावा है कि मंगल पर खनिजों को प्रचुर मात्रा में पानी और ऑक्सीकरण की उपस्थिति की प्रबल संभावना है।
मंगल पर इन तत्वों की प्रमुखता
मंगल पर हैलोजन तत्व पृथ्वी की तुलना में अधिक पाए जाते हैं। इनमें हैलोजन तत्व क्लोरीन और ब्रोमीन की प्रमुखता है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार स्पेस साइंटिस्ट्स का दावा है कि मंगल पर खनिजों को प्रचुर मात्रा में पानी और दृढ़ता से ऑक्सीकरण की स्थिति बनाने की आवश्यकता है।
क्या है नई रिसर्च?
मंगल पर ऑक्सीजन की संभावना को लेकर वाशिंगटन विश्वविद्यालय ने सेंट लुइस में एक नया प्रायोगिक अध्ययन किया। जिसके निष्कर्ष मंगल को लेकर पुराने दृष्टिकोण से अलग हैं। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि मंगल पर मैंगनीज ऑक्साइड की उपस्थिति का अर्थ ये है कि यहां के वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से पहले इसमें धीरे- धीरे वृद्धि हुई थी। इसके पीछे तर्क किया गया कि वर्तमान में अगर मंगल पर मैंगनीज ऑक्साइड हैं तो इसका मतलब की यहां ऑक्सीजन की उपस्थिति थी।
शोध का दावा
मंगल के पुराने और नए डेटा का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने काइनेटिक मॉडलिंग की मदद ली। रिसर्च से निष्कर्ष निकाला कि प्राचीन मंगल ग्रह पर अपेक्षित कार्बन डाइऑक्साइड युक्त वातावरण में मैंगनीज ऑक्सीकरण की संभावना नहीं है। एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेचर जियोसाइंस में 22 दिसंबर को प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि मैंगनीज ऑक्साइड और ऑक्सीजन के बीच का संबंध मौलिक है।
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क्या कहते हैं साइंटिस्ट?
स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय में अध्ययन के लेखक और पोस्टडॉक्टोरल शोध सहयोगी कौशिक मित्रा ने वाशिंगटन विश्वविद्यालय में अपने स्नातक शोध के हिस्से के रूप में यह काम पूरा किया। मंगल पृथ्वी की तुलना में हैलोजन तत्वों क्लोरीन और ब्रोमीन से भरपूर है। कैटेलानो ने कहा कि मंगल ग्रह पर उपलब्ध हलोजन पृथ्वी से अलग हैं और इसकी बड़ी मात्रा मैंगनीज के लिए महत्वपूर्ण है। शोध में पाया गया कि हैलोजन ने पानी में घुले मैंगनीज को ऑक्सीजन की तुलना में हजारों से लाखों गुना तेजी से मैंगनीज ऑक्साइड खनिजों में परिवर्तित कर देता है। साइंटिस्ट्स का मत है कि शुरुआत में मंगल ग्रह की सतह पर एसिडिक स्थिति थी। जिसके कारण ब्रोमेट किसी अन्य ऑक्सीडेंट की तुलना में अधिक तेजी से मैंगनीज ऑक्साइड में परिवर्तित हो गया।
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