कौन-कौन से सिग्नल दे रहा है रेल मंत्री पीयूष गोयल का कोरा कनेक्शन!
अजय मोहन
बुलेट ट्रेन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के विरुद्ध उठ रहे लगभग सारे सवालों के जवाब रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कोरा के माध्यम ये दिये। पीयूष गोयल का कोरा कनेक्शन कौन-कौन से सिग्नल दे रहा है यह सोचने वाली बात है। ये सिग्नल इस जिज्ञासा से कि - रेल मंत्री ने कोरा को ही क्यों चुना? से शुरू होते हैं और 2019 तक जाते दिखाई दे रहे हैं।
साथ ही कई सवाल जैसे क्या पीयूष गोयल पहले मंत्री हैं, जिन्होंने कोरा का प्रयोग सबसे पहले किया है? इससे क्या फायदे होंगे, और कौन-कौन कोरा पर हैं, आदि भी लोगों के मन में घूम रहे हैं।
रेलमंत्री ने कोरा को अपनी बात रखने का जरिया इसलिये बनाया है क्योंकि उन्हें पता है कि फेसबुक के बाद सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट है, तो वह कोरा डॉट कॉम है। सिमिलर वेब की रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में 46.8 करोड़ लोग कोरा का प्रयोग करते हैं, वहीं भारत में यह संख्या 4.14 करोड़ है। सच पूछिए तो जनता के सवालों के जवाब देने का यह सबसे अच्छा विकल्प है।
और सुनिये भारत दुनिया का दूसरा देश है, जहां सबसे ज्यादा कोरा का प्रयोग होता है। पहले नंबर पर अमेरिका है और तीसरे पर यूके।
अगर आप यह सोचते हैं कि पीयूष गोयल एक मात्र केंद्रीय मंत्री हैं, जो कोरा में ऐक्टिव हैं, तो आप गलत हैं। आपको बता दें कि जोधपुर से सांसद व कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री गजेंद्र सिह शेखावत पीयूष गोयल से भी पहले से कोरा पर ऐक्टिव हैं। पीयूष गोयल के जहां 16.1 हलार फॉलोवर्स हैं, वहीं शेखावत के 64.8 हजार फॉलोवर्स हैं।
आपको बता दें कि गजेंद्र सिंह शेखावत के द्वारा कोरा पर दिये गये उत्तर को 59 लाख बार पढ़ा गया, जोकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी ज्यादा है।
इनके अलावा ओडिशा के केंद्रपारा से सांसद बैजयंत 'जय' पांडा भी कोरा पर ऐक्टिव हैं। और आप भी 17.3 फॉलोवर्स के साथ पीयूष गोयल से आगे हैं। अन्य सांसदों की बात करें तो पंजाब से राज्यसभा सदस्य डा. अश्वनि कुमार भी कोरा पर हैं। हालांकि आप अभी फॉलोवर्स के मामले में काफी पीछे हैं। हालांकि आप दोनों के प्रोफाइल अभी वैरीफाइड नहीं हुए हैं।
किस-किस देश के नेता हैं कोरा पर सक्रिय
अन्य देशों की बात की जाये तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान से कोरा पर ऐक्टिव हैं। आपको बाताना चाहेंगे कि ओबामा कोरा के सबसे पहले वैरीफाइड यूजर हैं। कनाडा के वर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुड्यू के इस वक्त कोरा पर 1.26 लाख फॉलोवर्स हैं।
2019 में कोरा का प्रयोग
हम सभी मानते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में फेसबुक और ट्विटर ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन इन दोनों ही सोशल नेटवर्किंग साइट की अपनी खासियत है। फेसबुक पर जहां लोग अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़ी चीजों को ज्यादा पढ़ते हैं, वहीं ट्विटर पर सामाजिक मुद्दों पर बहस होती है। लेकिन इस बहस में अपनी बात रखने की लिमिट केवल 280 कैरेक्टर्स की होती है। ऐसे में चुनाव के दौरान विस्तार कोरा एक बड़ी भूमिका निभा सकता है, क्योंकि यहां पर जनता के जवाब देते समय मंत्री व नेताओं के पास कैरेक्टर लिमिट नहीं होगी।
भले ही फेसबुक में भी यही फॉरमैट है, लेकिन ताज़ा अध्ययन के मुताबिक फेसबुक पर ज्यादातर लोग कंटेंट पढ़ना पसंद नहीं करते हैं। जबकि कोरा पर वही लोग प्रोफाइल बनाते हैं, जिन्हें लिखने व पढ़ने का शौक होता है। यानी मंत्री व नेताओं के द्वारा लिखी गई बात सीधे उन तक पहुंचेगी, जो वाकई में उस विषय के प्रति जिज्ञासा रखते हैं।
कुल मिलाकर भारत में कोरा की बढ़ती लोकप्रियता के चलते निश्चित तौर पर 2018 के अंत तक कई और सांसद और व नेता अपना कोरा कनेक्शन स्थापित कर लेंगे।