पश्चिम बंगाल में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की अपील, सावधानी से वोट डालना, वर्ना 5 साल पछताओगे
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सियासी माहौल गरमाया हुआ है। सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने के दावे कर रही है जबकि बीजेपी का दावा है कि इस चुनाव में उनको पश्चिम बंगाल में भारी समर्थन मिल रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने एक संदेश जारी किया है जिसपर राजनीति तेज हो सकती है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने समुदाय से अपील की है कि वे सावधानी से मतदान करें। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ये कदम मुस्लिम वोटों में विभाजन रोकने और राजनीतिक संगठनों की रणनीति को बेअसर करने के मद्देनजर उठाया गया है। इनका मानना है कि ये संदेश उन पार्टियों को ध्यान में रखकर दिया गया है कि जो इस समुदाय को संवैधानिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर लाने की कोशिश कर रहे हैं।
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इस संदेश पर ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल प्रेजिडेंट करी फजलुर रहमान और उपाध्यक्ष करी मोहम्मद शरीफ के हस्ताक्षर हैं। मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा ये अपील किसी उम्मीदवार के नाम या किसी पार्टी के नाम से नहीं की गई है। इस अपील में ये कहा गया है कि मतदान से पहले सावधानीपूर्वक हर चीज को सोच-समझ लें क्योंकि एक बार की गलती पर 5 साल तक इंतजार करना पड़ेगा।
कोलकाता के रेड रोड पर ईद की प्रार्थनाएं कराते हैं करी फजलुर जबकि करी मोहम्मद नखोड़ा मस्जिद के इमाम हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके पहले, क्रिश्चियन समुदाय के पादरियों की ओर से अपील की गई थी कि नफरत फैलाने वालों को वोट करने के बजाए शांतिपूर्ण माहौल बनाने वालों का समर्थन करें और उनको वोट दें।