2002 में मोदी के लिए छोड़ी थी सीट, अब बनेंगे गुजरात के मुख्यमंत्री!
नई दिल्ली। गुजरात में लगातार छठी बार भाजपा की जीत के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे की तलाश तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के रूप में कई नामों पर चर्चा हो रही है, जिसमे कर्नाटक के राज्यपाल वाजूभाई आर वाला का नाम भी सबसे आगे हैं। वाजूभाई के नाम को लेकर काफी चर्चा है और माना जा रहा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री के लिए उनका नाम सबसे आगे चल रहा है। आपको बता दें कि गुजरात में भाजपा को 182 में से 99 सीटों पर जीत मिली है, ऐसे में एक बार फिर से भाजपा यहां सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि वाजूभाई वाला गुजरात विधानसभा के पूर्व स्पीकर हैं, लेकिन जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनें तो 2014 में वाजूभाई को प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया था। माना जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी और वाजूभाई एक दूसरे के काफी करीबी हैं। दोनों उस वक्त करीब आए थे जब राजकोट में 2002 में वाजूभाई ने उपचुनाव में नरेंद्र मोदी के लिए अपनी सीट खाली कर दी थी, जिसके बाद नरेंद्र मोदी गुजरात विधानसभा के सदस्य बने थे। भाजपा ने 2001 में केशुभाई पटेल की जगह नरेंद्र मोदी को यहां का मुख्यमंत्री बनाया था।
वाजूभाई वाला 2012 से 2014 के बीच गुजरात विधानसभा के स्पीकर रहे, इसके अलावा वह गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं, उन्होंने कई अहम विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी। वाजूभाई ने वित्त मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का जिम्मा 1997 से 2012 तक संभाला। वह गुजरात विधानसभा में राजकोट की सीट से कई बार चुनाव जीतकर पहुंचे थे। ऐसे में गुजरात की राजनीति में इतना लंबा अनुभव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साथ उनकी करीबी उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचा सकती है।
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