जल्द ही 'मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी' की तरह बदल सकेंगे अपना बैंक
भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एसएस मूंदड़ा ने कहा है कि खाता संख्या पोर्टेबिलिटी पर जोर दिया गया है और जल्द ही ग्राहकों को इस खास सेवा का लाभ मिलने लगेगा।
नई दिल्ली। जिस तरह आप मौजूदा समय में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी का इस्तेमाल कर के एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर की सेवाएं लेने लगते हैं और आपका नंबर नहीं बदलता, जल्द ही ऐसा आपके बैंक खाते के साथ ही होने वाला है। आइए जानते हैं ऐसा क्या होगा, जिससे आपको मिलेगी ये सुविधा। ये भी पढ़ें- 1 जून से बदल जाएंगे SBI की इन 5 सेवाओं से जुड़े नियम
RBI ने किया इशारा
भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एसएस मूंदड़ा ने कहा है कि खाता संख्या पोर्टेबिलिटी (अकाउंट नंबर पोर्टेबिलिटी) पर जोर दिया गया है और जल्द ही ग्राहकों को इस खास सेवा का लाभ मिलने लगेगा। अगर ऐसा हो गया तो आप मोबाइल नंबर की तरह ही हमेशा अपना खाता संख्या भी एक ही रख सकेंगे। ये भी पढ़ें- फोन चोरी होने या टूटने की टेंशन खत्म, ये है शानदार ऑफर
नौकरीपेशा लोगों को होगा सबसे अधिक फायदा
अधिकतर कंपनियां पहले से निर्धारित बैंक के खाते में ही अपने कर्मचारियों की सैलरी भेजती हैं। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति एक कंपनी से नौकरी छोड़कर दूसरी कंपनी में जाता है तो अक्सर उसका एक अलग खाता खोला जाता है (अगर पहले से उस व्यक्ति का कंपनी के पार्टनर बैंक में खाता न हो)। ऐसे में या तो उस व्यक्ति को दोनों ही खातों को चलाना होता है या फिर पुराने को बंद करना होता है। ये भी पढ़ें- जियो करने वाला है नया धमाका, बस 5 रु. में मिलेगा 1 जीबी डेटा
अब बंद नहीं करना होगा पुराना खाता
कई बार हम खाता संख्या को बहुत सी अलग-अलग जगहों पर इस्तेमाल कर चुके होते हैं और ऐसे में खाता बदलना मुसीबत का सबब बन जाता है। अगर भारतीय रिजर्व बैंक ने अकाउंट नंबर पोर्टेबिलिटी का तोहफा दे दिया तो फिर इन सबसे छुटकारा मिल जाएगा। इसके बाद व्यक्ति चाहे कितनी भी नौकरियां बदले, उसका खाता संख्या नहीं बदलेगा। मोबाइल नंबर की तरह ही ग्राहक अपना बैंक बदल सकेंगे। ये भी पढ़ें- ये हैं वो 4 बैंक, जो घर खरीदने के लिए दे रहे हैं सबसे सस्ता लोन
बैंक से बात किए बिना ही बदल सकेंगे अपना बैंक
मूंदड़ा ने कहा कि जब अकाउंट नंबर पोर्टेबिलिटी शुरू हो जाएगी तो कुछ नहीं बोलने वाले ग्राहक भी बैंक से बात किए बिना ही किसी दूसरे बैंक के पास चले जाएंगे। वह बोले कि बहुत से बैंक बीसीएसबीआई की तरफ से बनाई गई आचार संहिता का पालन नहीं कर रहे हैं। आपको बता दें कि बीसीएसबीआई एक स्वतंत्र निकाय है जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक्स असोसिएशन (IBA) और अनुसूचित कमर्शल बैंकों द्वारा स्थापित किया गया है। ये भी पढ़ें- सीधे मोबाइल में घुस रहा है ये वायरस, 3.65 करोड़ लोग शिकार