पायलटों के बचाव में सामने आया एयर इंडिया
एयर इंडिया के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव ने कहा कि विमान के दोनों पायलट अनुभवी थे और उन्हें हजारों घंटे की उड़ान का अनुभव था। यह सवाल पूछे जाने पर कि कहीं दुर्घटना पायलटों की थकान के कारण तो नहीं हुई, जाधव ने कहा, "बिल्कुल नहीं। दोनों पायलटों ने काफी आराम किया था। हमारा विमान बहुत अच्छा था और पायलट कुशल और अनुभवी थे।"
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उन्होंने बताया कि सर्बिया मूल के ब्रिटिश नागरिक फ्लाइट कमांडर जेड. ग्लूसिका और सह पायलट एच.एस.अहलूवालिया ने बोइंग 737 को उड़ाने से पहले लगभग तीन दिनों तक पर्याप्त आराम किया था।
जाधव ने बताया कम से कम 146 शवों की पहचान उनके परिजनों ने रविवार शाम तक कर ली है। इनमें से ज्यादातर शव बुरी तरह जले हुए हैं। मुंबई निवासी विमान के सहपायलट कैप्टन एच.एस.अहलूवालिया और ठाणे निवासी एयरहोस्टेस तेजल कामुलकर के शव की भी पहचान हो गई है।
विमान के ब्लैक बॉक्स के लिए दुर्घटना स्थल पर गहन तलाशी अभियान चलाया गया। रविवार शाम तक मैंगलोर हवाईअड्डे के सूत्रों ने दावा किया कि नागरिक उड्डयन निदेशालय (डीजीसीए) के एक दल ने ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया है। डीजीसीए की ओर से हालांकि ब्लैक बॉक्स पाए जाने की औपचारिक घोषणा की जानी अभी बाकी है।