Home Big Data Survey Who is responsible for the increasing number of cybercrime incidents, especially online fraud?

देश में बढ़ते साइबर क्राइम, खास कर ऑनलाइन फ्रॉड के लिए कौन जिम्मेदार है?

वर्ष 2020 में भारत में साइबर क्राइम के मामलों में 11.8 प्रतिशत की वृद्ध‍ि हुई है। जिनमें अधिकांश मामले बैंक अकाउंट के जरिए हुए फ्रॉड के मामले हैं। जरा सोचिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के बावजूद पुलिस उन अपराधिकों को पकड़ने में नाकाम है, जिनके अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर, आधार, यूपीआई, सब कुछ कनेक्टेड है। सारे अकाउंट, एड्रेस, आदि कनेक्ट होने के बावजूद पुलिस हताश हो जाती है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्‍या के लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं?

देश में बढ़ते साइबर क्राइम, खास कर ऑनलाइन फ्रॉड के लिए कौन जिम्मेदार है?

देश में बढ़ते साइबर क्राइम, खास कर ऑनलाइन फ्रॉड के लिए कौन जिम्मेदार है?
Significance of this Survey
पिछले वर्ष देश भर में कुल 50,035 मामले साइबर क्राइम के दर्ज हुए। 2019 में यह संख्‍या 44,735 थी और 2018 में 27,248। 2020 में कुल 4,047 बैंक संबंधी फ्रॉड हुए, जिनमें अलग-अलग माध्‍यम से लुटेरों ने भोले-भाले लोगों के अकाउंट से लाखों-करोड़ों रुपए लूट लिए। 1,093 फ्रॉड ओटीपी के जरिए किये गए 1,194 लोग के क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड फ्रॉड का माध्‍यम बने। 2,160 मामले ऐसे थे, जिसमें एटीएम में गड़बड़ी की बात कही गई।
  • आपकी ऑंखें खोल देगी यह घटना
    13 अक्‍टूबर 2021 को नवी मुंबई के रहने वाले विजय मिश्रा (नाम परिवर्त‍ित) नाम के एक शख्‍स ने अपना पुराना सोफा सेट OLX पर सेल के लिए डाला। महज़ कुछ ही घंटों में उनके पास एक श्‍ख्‍स की कॉल आयी और व्यक्ति ने कहा, "मैं आपका सोफा 15 हज़ार में खरीदूंगा"। डील सही लगी, तो विजय मिश्रा ने हॉं कर दी। फोन पर शख्‍स ने कहा, "मैं सोच रहा हूं पैसा अभी दे देता हूं, मेरा आदमी आकर सोफा ले जायेगा।" उसने एक Q-R कोड भेजा और कहा कि आप इसे स्कैन करके चेक करिए कि आपके अकाउंट में पैसा आया कि नहीं। वह क्यू-आर कोड 1 रुपए के ट्रांजैक्शन के लिए था। विजय ने जैसे ही स्कैन करके ओटीपी दर्ज किया, उनके खाते में एक रुपए आ गये। कॉल पर बैठे शख्‍स ने कहा, अब ठीक है, मैं आपको फिर से क्यूआर कोड भेज रहा हूं, जिससे आपके अकाउंट में 15 हजार आ जायेंगे। विजय ने फिर से वही किया, लेकिन इस बार उनके अकाउंट से पैसे कट गये। जब फोन पर कहा-सुनी हुई, तो उस शख्‍स ने कहा, "ओह सॉरी गलत कोड चला गया, ऐसा करता हूं मैं आपको फिर से क्यूआर भेज रहा हूं, पैसा रिवर्ट हो जाएगा।" लेकिन ऐसा नहीं हुआ और फिर से 15 हजार रुपए विजय के अकाउंट से कट गये। देखे ही देखते विजय के अकाउंट से 45 हजार रुपए निकल गये। विजय ने जब पुलिस थाने से संपर्क किया, तो पुलिस ने कहा, कि अब आपका पैसा वापस मिलना मुश्किल है। हालांकि रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, कार्रवाई हो भी रही है, या नहीं किसी को नहीं पता। लेकिन एक बात जरूर है, जब तक पुलिस अपना काम शुरू करेगी, तब तक ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग न जाने कितनों को अपना शिकार बना चुके होंगे।
Tags: #crime 
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