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गड्ढों की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में मौतों का जिम्मेदार कौन?

हर साल देश भर में 30 हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं सड़क पर गड्ढों के कारण होती हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हर साल 3 हजार से अधिक मौतें इन दुर्घटनाओं में हो जाती हैं। इन मौतों के लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं? अपनी राय वनइंडिया के बिग डेटा सर्वे में दें। नोट: यह सर्वे किसी विशेष दुर्घटना से संबंधित नहीं है)।

गड्ढों की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में मौतों का जिम्मेदार कौन?

Significance of this Survey
बेंगलुरु में 6 अक्टूबर 2021 को दो सड़क दुर्घटनाएं हुईं। पहली में 17 वर्षीय युवती और दूसरी में एक्साइज़ विभाग के सब-इंस्पेक्टर की मृत्यु हो गई। दोनों घटनाओं में वाहन तब फिसले, जब वाहन चालक सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढों से बचाते हुए बाइक निकालने की कोशिश में थे। पहली दुर्घटना में युवती जब सड़क पर गिरी तो पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे रौंद दिया और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई, दूसरी दुर्घटना रात के वक्त हुई, जब सब इंस्‍पेक्‍टर के ऊपर एक लॉरी गुजर गई। ऐसी दुर्घटनाएं देश भर में निरंतर जारी हैं। आये दिन होने वाली इन मौतों के लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं।
  • गड्ढों के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में मौत के आंकड़े
    2019 में राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सरकार ने चौंकाने वाले आंकड़े प्रस्तुत किए। सरकार के अनुसार वर्ष 2018 में पूरे देश में 2 हजार से अधिक लोगों की मौत का कारण सड़क पर गड्ढे बने। वहीं 2017 में 3597 लोगों की जान चली गई। उसके बाद के आंकड़े फिलहाल पब्लिक डोमेन में जारी नहीं हुए हैं, लेकिन हां, आपको बता दें कि दिसंबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट में इस संदर्भ में सरकार को कड़ी फटकार लगायी थी। उच्चतम न्यायालय ने कहा था, "पांच वर्षों में 15 हजार लोगों की मौत बेहद गंभीर बात है। यह आंकड़ा तो बॉर्डर पर आतंकी घटनाओं पर होने वाली मौतों से भी अधिक है।"
  • Potholes पर क्या कहती है निजि संस्था की रिपोर्ट
    2018 में सेव लाइफ फाउंडेशन द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार 2013 से लेकर 2016 तक देश भर में 38,105 सड़क दुर्घटनाएं गड्ढों की वजह से हुईं। इनमें 34, 421 लोगों को गंभीर चोटें आयीं, जबकि 11,386 लोगों की मौत हुई। 2016 में ज्यादा 1,436 मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं, जबकि महाराष्‍ट्र में 1064 लोगों की जान गई। तमिल नाडु (621) तीसरे और मध्‍य प्रदेश (609) चौथे नंबर पर था।
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