
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ, बच्चे को खुद दवा पिलाई
करनाल। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार सुबह 8 बजे लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में सब नेशनल पल्स पोलियो प्रोग्राम अभियान का शुभारंभ बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर किया। सीएम ने कहा कि एक भी बच्चा छूट गया-समझो सुरक्षा चक्र टूट गया। इसलिए 0 से 5 वर्ष तक की आयु के सभी नवजात बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पोलियो रोधक दवा लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जनवरी 2010 से कोई पोलियो केस नहीं आया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के 13 जिलों में 26 सितंबर से 28 सितंबर 2021 तक सब-नेशनल पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। जिला करनाल में 0 से 5 साल तक के 1 लाख 99 हजार 898 बच्चों को दवाई पिलाई जाएगी। मौके पर उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, नगर निगम के आयुक्त मनोज कुमार, मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष बृज गुप्ता, हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य आजाद सिंह, सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा, उप सिविल सर्जन (प्रतिरक्षण) डा. नीलम वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
प्रवासी आबादी से पोलियो फैलने का खतरा ज्यादा : सीएमओ
सीएमओ डा. योगेश शर्मा ने बताया कि सब नेशनल पल्स पोलियो अभियान के सफल आयोजन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 856 बूथ और 1520 हाउस-टू-हाउस टीमें बनाई गई हैं। जिनकी निगरानी 145 सुपरवाइजर द्वारा की जाएगी। जिले मे 67 मोबाइल टीमों जिसमें 31 ट्रांजिट टीम तथा कुल 3408 कर्मचारी जिनमें एएनएम, एमपीएचडबल्यू, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर व अन्य कर्मचारी इस कार्य में भाग लेंगे, इसके लिए सारी तैयारियां हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि अब की बार जिले के हाई रिस्क एरिया जैसा कि भट्ठे, डेरे, फैक्ट्रियां, राइस मिल्स, स्लम एरिया, नोमेडस (झुग्गी झोपड़ी) में रह रहे बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाने पर ज्यादा जोर दिया जाएगा क्योंकि ऐसी जगह पर प्रवासी आबादी होती है जहां पर पोलियो फैलने का खतरा सबसे अधिक होता है।