अंकिता मर्डर केस: विधानसभा अध्यक्ष ने की रेवेन्यू पुलिस खत्म करने की मांग
देहरादून, 24 सितंबर: अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। अंकिता की हत्या का आरोप बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री के बेटे पर है। इसी बीच उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने उत्तराखंड में राजस्व पुलिस की व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त करने की मांग की है। बता दें कि, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रेवेन्यू विभाग को ही पुलिसिंग का काम मिला हुआ है। जिसे रेवेन्यू पुलिस कहते हैं।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने लिखा है कि प्रदेश में जहाँ कहीं भी राजस्व पुलिस की व्यवस्था चली आ रही है उसे तत्काल समाप्त कर सामान्य पुलिस बल के थाने या चौकी स्थापित कर दिए जाएं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में आज भी कई क्षेत्रों में राजस्व पुलिस व्यवस्था जारी है| आज के आधुनिक युग में जहाँ सामान्य पुलिस विभाग में पूरे देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में पीड़ित जीरो एफआईआर दर्ज कराकर अपनी शिकायत पंजीकृत करा सकता है।
विधानसभा स्पीकर ने कहा कि, ऋषिकेश शहर से मात्र 15 कि०मी० की दूरी पर राजस्व पुलिस जिसके पास पुलिस के आधुनिक हथियार तथा जांच हेतु किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं है, वे जांच कर रहे है। यह जानकर अत्यन्त ही पीड़ा होती है। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने पत्र में लिखा कि गंगा भोगपुर में यदि सामान्य पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से प्रदेश की बेटी अंकिता आज हमारे मध्य होती और आम जनता में सरकारी कार्यप्रणाली के प्रति इतना रोष व्याप्त नहीं होता।
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विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव में राजस्व पुलिस की व्यवस्था को समाप्त कर पुलिस चौकी एवं थाना स्थापित करने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया, जिससे भविष्य में इस प्रकार की अप्रिय घटना दुबारा घटित न हो।
पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर विधानसभा इलाके के एक प्राइवेट रिजॉर्ट में अंकिता रिसेप्शनिस्ट थी। अंकिता बीते 18-19 सितंबर से गायब थी। शनिवार सुबह पुलिस को अंकिता की डेडबॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली है। अंकिता की हत्या का आऱोप भाजपा ने विनोद आर्य के बेटे पर है।