
असम की 'दुर्लभ घटना' में 7 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त, ऊपर उठते धूल के गुबार को देख विशेषज्ञों ने कही ये बात
नई दिल्ली, 8 मई। असम के बारपेटा जिले में एक दुर्लभ घटना घटना देखी गई। जिसमें 7 झोपड़िया क्षतिग्रस्त हो गईं। जमीन से कई मीटर ऊपर उठते धूल के गुबार को देखते हुए विशेषतज्ञों ने घटना को लेकर महत्वपूर्ण बातें कहीं। हलांकि इस खतरनाक घटना के दौरान कोई घायल नहीं हुआ।

पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपेक्षाकृत प्राकृतिक उथल पुथल कम देखने को मिलती है। लेकिन शनिवार को असम के बरपेटा जिले में एक दुर्लभ बवंडर की घटना देखी गई। कहा जा रहा कि बवंडर बहुत कम तीव्रता का था। यह जिले के चेंगा क्षेत्र के रोवमारी गांव में सुबह 10:20 बजे हुआ और कुछ मिनटों तक चला, "बारपेटा के उपायुक्त तेज प्रसाद भूषण ने कहा। घटना में सात झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। अधिकारियों ने कहा कि बवंडर के दौरान किसी के मरने या घायल होने की सूचना नहीं है। वहीं असम के बारपेटा उपायुक्त तेज प्रसाद भूषण ने कहा कि बवंडर ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे से शुरू हुआ। नदी रोवमारी गांव के करीब बहती है। बवंडर एक छोटे क्षेत्र तक ही सीमित रहा।
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घटन के दौरान स्थानीय लोगों ने मोबाइल फोन पर बवंडर का वीडियो शूट किया जो बाद में वायरल हो रहा है। इसमें बवंडर की तीव्रता साफ दिखाई दे रही है। बवंडर ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे से शुरू हुआ था। भारत मौसम विज्ञान विभाग के गुवाहाटी कार्यालय के वैज्ञानिक सुनीत दास ने घटना की सही जानकारी होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि घटनास्थल के आसपास कोई मौसम वेधशाला नहीं है। लेकिन तस्वीरों से लगता है कि यह एक हल्की तीव्रता वाला बवंडर था।