भोजपुरी पॉप, केरल का एमएलए, बॉलीवुड स्टार,पहली बार बेगूसराय ने देखा ऐसा चुनाव प्रचार
नई दिल्ली। गुरुवार को बेगूसराय में हुए मोबाइल टॉर्च मार्च में शामिल एक युवक ने कहा,'ऐसा प्रचार बेगूसराय ने पहली बार देखा है। कन्हैया ने बेगूसराय की वर्ल्ड फेमस कर दिया। पहले लोग जानते नहीं थे कि बिहार में बेगूसराय कहा हैं, अब बॉलीवुड से लोग यहां प्रचार करने आ रहे हैं।'
जनसंस्कृति मंच से जुड़े रंगकर्मी दीपक सिन्हा ने भी यही बात दोहराई। उन्होंने बताया कि कन्हैया ने जैसा चुनाव प्रचार किया है, वैसा प्रचार बेगूसराय में अब तक नहीं हुआ था। बेगूसराय के लिए कन्हैया का चुनाव प्रचार कई मायनों में नया था। बॉलीवुड सितारे, केरल से आए सीपीआई कार्यकर्ता, जेएनयू की टीम, देश भर से आए ऐसे तमाम लोग, जो स्वेच्छा से कन्हैया का प्रचार करना चाहते थे, जिले के वो बुजूर्ग वामपंथी, जिन्होंने चुनाव प्रचार लगभग बंद कर दिया था, एलईडी स्क्रीन लगी गाड़ियां, भोजपूरी पॉप और सोशल मीडिया के लिए समर्पित सैंकड़ो वालंटियर, ये सब कन्हैया के चुनाव प्रचार का हिस्सा थे।
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कन्हैया का प्रचार देख रहे जीशान अली ने बताया कि तीन टीमें काम कर रही थीं। वाम मोर्चे की टीम अलग काम कर रही थी, कन्हैया की खुद की टीम लगी हुई थी और बाहर से आए ऐसे कई लोग थे, जिन्होंने स्वेच्छा से चुनाव प्रचार किया। कन्हैया के चुनाव प्रचार ने जिले में सीपीआई, सीपीएम और सीपीआईएमएल के पुराने कार्यकर्तााओं का भी एकजुट होने का मौका दिया। सीपीआईएमएल के वरिष्ठ कार्यकर्ता भगवान प्रसाद सिन्हा ने बताया कि वो कन्हैया के प्रचार के लिए लगातार गांवों का दौरा कर रहे हैं, जबकि उन्होंने चुनाव प्रचार करना लगभग छोड़ दिया था।
चुनाव प्रचार में केरल का एमएलए
कन्हैया के चुनाव प्रचार के लिए केरल के एमएलए मोहम्मद मोहसीन भी आए थे. उन्हें मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में डूर टू डूर कैम्पेन की जिम्मेदार दी गई थी। मैंने मोहसिन से पूछा कि केरल और बिहार के चुनाव प्रचार में क्या अलग पा रहे वो? उन्होंने बताया कि केरल में महिला वोटर्स भी खुद फैसले लेती हैं, उनसे बात करना आसान होता है. यहां महिलाओं से बात करना मुश्किल है, उनके वोट का फैसला घर के मर्द लेंगे. मोहसीन जेएनयू के पूर्व छात्र हैं और केरल में हुए विधानसभा चुनाव में कन्हैया ने भी उनके लिए प्रचार किया था।
नेता नहीं बेटा है, कन्हैया के प्रचार की पंच लाइन
बेगूसराय के अम्बेडकर चौक पर जब मैंने रिक्शे वाले से पूछा कि वोट किसे कर रहे हैं? उसने जवाब दिया-कन्हैयाकुमार. मैंने पूछा- क्यों? जवाब था- बेटा है हमारा।नेता नहीं बेटा, कन्हैया कुमार के कैम्पेन की पंच लाइन है। बेगूसराय की सड़कों पर दौड़ रही कन्हैया की प्रचार गाड़ियों में लगातार एक ही गीत बजता रहता है-आपका बेटा आपके द्वार, बटन दबाओ धुआंधार। कन्हैया के प्रचार के लिए एलईडी स्क्रीन लगी गाड़ियां भी लगाई गई थी, जिनमें कन्हैया का भाषण लगातार बजता रहता था।
डीके धीरज का भोजपुरी पॉप
आम जनों का शोषण अब हम तनको ना सह पाएंगे, 14 वाला घोषणापत्र अब मोदी को याद दिलाएंगे। भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के मशहूर भोजपूरी पॉप 'ठीक है' की तर्ज पर ये पैरोडी डीके धीरज ने बनाई थी. इसके बोल वामपंथी जनसभाओं या प्रदर्शनों में अक्सर सुनाई देना वाले किसी जनगीत जैसे हैं, मगर तर्ज इन दिनों इन इंटरनेट पर पॉपुलर हो रहे नए किस्म के पॉप की है। नुक्कड़ों और जनसभाओं में ये गीत लगातार बज रहा था. हालांकि 'ठीक है' की तर्ज पर ही गिरिराज सिंह का भी कैम्पेन सॉन्ग तैयार किया गया था।कन्हैया के प्रचार के लिए जावेद अख्तर, शबाना आजमी, प्रकाश राज और स्वरा भास्कर भी आए. कन्हैया का प्रचार देख रहे सलमान ने बताया कि यहां के लोगों ने पहली बार बॉलीवुड के सितारों को ऐसे देखा।कन्हैया की टीम ने बताया कि ये सभी सितारे अपना पैसा खर्च कर बेगूसराय आए थे।
(अवनीश पाठक पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक हैं. इन दिनों वो उत्तर प्रदेश और बिहार के चुनावी दौरे पर हैं.)