आपके लिये घातक हो सकता है रेलवे स्टेशन पर Free Wifi
बेंगलुरु (अजय मोहन)। डिजिटल इंडिया मुहिम के तहत केंद्र सरकार देश के 400 रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई टावर लगाने जा रही है। काम शुरू भी हो गया है। वहीं केजरीवाल सरकार ने कनॉट प्लेस से लेकर कई सार्वजनिक स्थलों पर मुफ्त वाईफाई इंस्टॉल करने शुरू भी कर दिये हैं। मुफ्त की चीज कितनी घातक हो सकती है, इसका आपको अंदाजा तक नहीं है। जी हां आपकी जरा सी चूक या जागरूक नहीं होना, आपके लिये घातक हो सकता है।
कैसे? यह बताया सत्यम प्रियदर्शी ने। सत्यम हेलीबर्टन में चीफ डाटा साइंटिस्ट हैं और जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर के वरिष्ठ सदस्य हैं। बेंगलुरु में एक टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस के दौरान वनइंडिया से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत मुफ्त वाई का कदम बेहद सराहनीय है, लेकिन आम जनता को इस बात का ध्यान रखना होगा कि वे मुफ्त वाई-फाई का इस्तेमाल करते वक्त वे बैंकिंग ट्रांजैक्शन न करें।
प्रियदर्शी बताते हैं कि फ्री-वाईफाई के जरिये कोई भी बहुत आसानी से आपके पासवर्ड हैक कर सकता है। और इस काम के लिये किसी बड़े हैकर की जरूरत नहीं, मात्र हाईस्कूल पास हैकर भी यह काम कर सकता है। यानी अगर आप जल्दी में हैं, और आप रेलवे स्टेशन पहुंचते ही कोई अन्य टिकट बुक करते हैं, या होटल बुक करते हैं, या फिर किसी को पैसा ट्रांसफर करते हैं, तो यह जरूर चेक कर लें कि आपके मोबाइल में वाईफाई ऑफ है।
जब आप मोबाइल में फीड करते हैं अपना डाटा
प्रियदर्शी कहते हैं कि जब भी आप कोई ऐप डाउनलोड करते हैं, तो आपसे तमाम तरीके के सवाल पूछे जाते हैं, नाम, पता, मोबाइल नंबर, मासिक आय.... आदि। अब बड़े आराम से डाटा फीड करते चले जाते हैं, जबकि पीछे कोई बैठा है, जो आपके डाटा को कलेक्ट कर रहा है। ऐसे में अगर आप फ्री वाई-फाई का प्रयोग करते वक्त अगर बैंकिंग ऐप भी ओपन करते हैं, तो आपके मोबाइल से आपका डाटा चोरी हो सकता है।
डाटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी
देश के छोटे-बड़े शहरों में हर गली चौराहे पर आपको जावा, C++, ई-कॉमर्स, पीएचपी, आदि के इंस्टीट्यूट दिख जायेंगे। इन सब कोर्स का क्या फायदा है? इस पर सवाल करने पर प्रियदर्शी ने कहा कि ये सब कोर्स करने से नौकरी तो मिल जायेगी, लेकिन आगे चलकर आप महज एक छोटे-मोटे प्रोग्रामर बनकर रह जायेंगे। लेकिन अगर आप डाटा साइंस या साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं, तो आगे चलकर असीम संभावनाएं हैं और हाई सैलरी भी।
अमेरिका, रूस, चीन जैसे बड़े-बड़े देश की सरकारें साइबर सिक्योरिटी ऑफीसर्स को झट से नौकरी देने के लिये लालायित रहती हैं, फिर वो चाहे किसी भी देश का क्यों न हो।