विपक्ष इकट्ठा हुआ तो 2019 में हार जाएंगे मोदी: अरुण शौरी
नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे अर्थशास्त्री अरूण शौरी ने कहा कि उनका अनुमान ये है कि 2019 में मोदी फिर से सत्ता में नहीं आएंगे। शौरी ने हालांकि कहा है कि मोदी को रोकने के लिए विपक्ष की एकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष दल आपसी मनमुटाव को खत्म कर साथ आए तो मोदी को रोका जा सकता है। बेंगलुरु मिरर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये बातें कही हैं।
मोदी की विदेश नीति फेल: शौरी
अरुण शौरी ने कहा कि विदेश नीति के मामले में मौजूदा केंद्र सरकार फेल साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि मोदी देश को विभाजित कर सुरक्षा व्यवस्था को खतरे में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता को ये कहा जा रहा है कि मोदी को वापस लाना होगा जबकि जनता के हितों की अनदेखी की जा रही है। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन की जीत पर उन्होंने कहा कि कोई गठबंधन अच्छा या बुरा नहीं होता है। ये कितना चलेगा ये गठबंधन के नेताओं पर निर्भर करेगा।
विपक्ष को एकता की जरूरत
शौरी ने कहा कि अगर विपक्ष इकट्ठा होकर लड़े और वोट बंटे नहीं तो मोदी को रोका जा सकता है। अरुण शौरी ने कहा कि विपक्ष ये तय करे कि भाजपा के खिलाफ उसका एक साझा उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे। वह कहते हैं कि मोदी की जीत भी निश्चित नहीं है। यह चुनावों से पहले चुनावी मौसम को पढ़ने का समय है। शौरी ने कहा कि विपक्ष को राज्य में वहां के क्षेत्रीय दल पर यकीन करना होगा, जैसे बंगाल में ममता बनर्जी को तय करने दीजिए कि कांग्रेस को कितनी सीटें मिलनी चाहिए। इसी तरह बिहार और यूपी में भी बड़े दलों को।
लगातार हमलावर हैं शौरी
अरुण शौरी ने कहा कि बिहार में नीतीश भाजपा के साथ खुश नहीं हैं, शिवसेना भी मोदी पर हमलावर हैं। वहीं अकाली दल के भी मोदी के पक्ष में बहुत कम बयान आ रहे हैं। जो मोदी के पक्ष में अच्छा नहीं है। आपको बता दें कि अरुण शौरी लगातार नरेंद्र मोदी और भाजपा पर हमलावर रहे हैं और उनकी नीतियों की आलोचना करते रहे हैं।
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